अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, UP के इस जिले की 70 दुकानों पर चला बुलडोजर, नोटिस की अनदेखी के बाद लिया एक्शन
उत्तर प्रदेश के एक जिले में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कदम उठाया। नोटिस की अनदेखी करने पर 70 अवैध दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि दुकानदारों को पहले ही अतिक्रमण हटाने के लिए सूचित किया गया था, लेकिन उन्होंने निर्देशों का पालन नहीं किया।

जागरण संवाददाता, एटा। कस्बा बसुंधरा में सड़क किनारे अतिक्रमण कर बनाईं गईं 70 दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया। दिनभर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई चलती रही। यह बड़ी कार्रवाई लोक निर्माण विभाग द्वारा की गई पहल पर प्रशासन द्वारा की गई है। कई बार दुकानदारों को नोटिस देकर समय दिया गया था कि अपनी दुकानें खाली कर दें, मगर वे खाली नहीं कर रहे थे। ध्वस्तीकरण के समय व्यवसायियों और सरकारी अमले के बीच नोंक-झोंक भी होती रही।
एटा-टूंडला मार्ग का चौड़ीकरण हो रहा है। बसुंधरा कस्बा एटा और अवागढ़ के बीच है। यहां दुकानदारों ने सड़क किनारे 40 फीट जगह के अंदर अपनी दुकानें बनवा ली थीं। कुछ दुकानदारों ने टीनशेड डाल दिए थे और कुछ ने स्थायी रूप से निर्माण करा लिया था। लोक निर्माण विभाग ने सड़क को चौड़ी करने का हवाला देकर कई बार दुकानदारों को नोटिस दिए। इन नोटिसों का जवाब भी दुकानदार नहीं दे रहे थे। अंत में लोक निर्माण विभाग ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि 24 घंटे के अंदर लोक अपनी दुकानें खाली कर दें। फिर भी तमाम लोग अपना सामान नहीं उठा पाए।
भारी पुलिसबल तैनात
शुक्रवार सुबह 11 बजे कई बुलडोजर बसुंधरा पहुंच गए, साथ में भारी पुलिस बल भी था। दुकानदारों को बताया गया कि जिन दुकानों में सामान है उसे तत्काल हटा दें। इसके बाद दुकानदारों में हड़कंप मच गया और वे अपना सामान उठाने लगे। तब तक बुलडोजर ने दुकानों को धंसाना शुरू कर दिया। इस दौरान कस्बा के लोगों की भीड़ जुट गई, कर्मचारियों और व्यवसायियों में तीखी नोंक-झोंक भी होती रही। हालांकि व्यवसायी सीधे तौर पर कड़ा विरोध करने से बच रहे थे। व्यवसायियों को पहले से ही पता था कि सरकारी भूमि पर उन्होंने अपनी दुकानें बनाईं हैं।
अतिक्रमण ढहाने के पीछे बताया जा रहा है कि सड़क को चौड़ा करने के लिए अतिक्रमण हटाना जरूरी था। इसकी वजह से वहां जाम भी लगता था और वाहन भी फंस जाते थे। 70 दुकानें तोड़ीं गईं हैं। इस दौरान नायब तहसीलदार सतीश चंद्र ने बताया कि अतिक्रमणकारियों ने सरकारी जगह घेर रखी थी जो अतिक्रमण ढहा कर कब्जा मुक्त कराई गई है।
सड़क चौड़ी भी होगी, इसलिए अतिक्रमण हटाना आवश्यक था। अवर अभियंता लोक निर्माण विभाग अजय कुमार का कहना है कि सड़क चौड़ी करने के लिए सड़क अवैध कब्जे से मुक्त करानी थी जो अब करा ली गई है। इस दौरान जेई लोक निर्माण विभाग हरप्रसाद सिंह, लेखपाल सतेंद्र सिंह, अवागढ़ के थाना प्रभारी निरीक्षक अखिलेश दीक्षित, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सत्यप्रकाश यादव आदि मौजूद रहे।
सुरक्षा के किए गए कड़े प्रबंध
अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान कस्बा बसुंधरा में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। कई थानों का फोर्स लगाया गया। पुलिस कर्मी लोगों को समझाते रहे। कई दुकानदार ऐसे थे जिन्होंने अपनी दुकानों के काफी आगे तक कब्जा कर रखा था। अब वहां सिर्फ मलबा दिखाई दे रहा है। अतिक्रमण ढहाए जाने के बाद मलबा हटाए जाने का काम भी शुरू हो गया।
नाले भी कर दिए थे बंद
अतिक्रमणकारियों ने दुकानों के आगे इस तरह से कब्जा किया था कि नाले भी बंद हो गए थे। यह नाले चौक हो गए और गंदगी से बजबजा रहे हैं, इनकी सफाई नहीं हो पा रही थी। इस कारण जलभराव भी हो जाता है। जब अतिक्रमण हट गया है तो नाले भी खुल गए हैं, वहां भी अब सफाई की जाएगी।
धार्मिक स्थल भी ढहाए
सरकारी भूमि पर दो धार्मिक स्थल भी बना दिए थे। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान उन पर भी बुलडोजर चला। इसका कारण यह था कि सड़क चौड़ी करने में यह छोटे धार्मिक स्थल बाधा बन रहे थे। इस कारण इन्हें भी ढहा दिया गया।

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