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    अक्षय तृतीया पर खूब बिके आभूषण, बाजार चमके

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 18 Apr 2018 10:54 PM (IST)

    एटा: बुधवार को अक्षय तृतीया पर्व पर बाजार चमका। पर्व पर पीली धातु से बनी ज्वैलरी का भरपूर बिक्री हुई।

    अक्षय तृतीया पर खूब बिके आभूषण, बाजार चमके

    जागरण संवाददाता, एटा: बुधवार को अक्षय तृतीया पर्व पर बाजार चमका। पर्व पर पीली धातु से बनी ज्वैलरी की जमकर खरीदारी हुई। इस दिन नई वस्तु खरीदना शुभ माना जाता है। इस कारण बाजारों में जमकर भीड़ रही। खासकर ज्वैलर्स की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ रही। उधर ऑटो मोबाइल क्षेत्र में भी नए वाहनों की खरीद बहुत से लोगों ने की। जबकि जिले में करीब 250 से अधिक स्थानों पर विवाह समारोह हुए।

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    ¨हदू धर्म में अक्षय तृतीया को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन बिना मुहूर्त के शादी विवाह, गृहप्रवेश, भूमि पूजन, मुंडन आदि कार्यक्रम किए जाते हैं। बताया जाता हैं कि यह दिन काफी शुभ था। बिना मुहूर्त के विवाह किए जाने का चलन वर्षों पुराना है। जगत के पालनहार भगवान विष्णु और वैभव की देवी महालक्ष्मी की पूजा इस दिन की जाती है।

    ज्योतिषाचार्यो के अनुसार अक्षय तृतीया एक ऐसा शुभ नक्षत्र है, जिस दिन नई वस्तुएं खरीदने को शुभ माना जाता है। खासकर सोने से बने आभूषण को खरीदना। इसके अलावा बदले परिवेश में नए वाहन, कपड़े व अन्य वस्तुएं जिनका घर में उपयोग होता है, खरीदना शुभ होता है।

    ज्वैलर्स की दुकानों पर लगी भीड़

    अक्षय तृतीया पर बाबूगंज अहाता स्थित स्वर्णकार बाजार में महिलाओं और पुरुषों की भीड़ सोने से बने आभूषणों को खरीदारी के लिए सुबह से शाम तक जुटी रही। सर्राफा व्यवसायी वीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि महिलाओं की भीड़ बड़ी संख्या में ज्वैलरी खरीद रही है। मध्यम वर्ग की महिलाएं चांदी से निर्मित आभूषण ले रही हैं। वैसे पिछले साल नोटबंदी के बाद ज्यादा व्यापार प्रभावित रहा था। फिर भी पहले से अच्छी खरीददारी सहालगों की वजह से भी हुई है।

    बैंड-बाजा, बारात की रही धूम

    अक्षय तृतीया पर बैंड-बाजा, बारात की धूम जमकर रही। केवल शहर में ही पचास बरातें निकलीं, जबकि जिले के अन्य स्थानों पर करीब दो सौ स्थानों पर शादियां होने की जानकारी मिली है। पं. शिवेंद्र मिश्र ने बताया कि इस दिन बिना मुहूर्त के शादियां संपन्न हो सकती हैं। इसके बाद सहालगी सीजन शुभ मुहुर्तो में जोड़ पकड़ता है। मुख्य सहालग होने के कारण दोपहर से ही गेस्ट हाउस सजे-धजे, बैंडबाजे व लाइट संचालक व्यवस्थाओं में जुटे दिखाई दिए। शाम होते ही शहनाइयां गूंजीं और वाहनों की संख्या सड़कों पर बढ़ते ही जाम के हालात भी उत्पन्न हो गए।

    दुपहिया वाहनों की हुई बिक्री

    अक्षय तृतीया के अवसर पर वाहनों की बिक्री खूब हुई है। अनेक लोगों ने एक हफ्ते पहले से मॉडल और रंग पसंद कर लिए थे। इन लोगों ने जीटी रोड स्थित एजेंसियों से वाहनों के खरीद की। इसके अलावा शादी समारोहों की धूम शुरू होने को लेकर रेडीमेड, वस्त्र, फुटवीयर सहित अन्य व्यवसायियों के यहां भी खरीददारी को भीड़भाड़ बनी रही।