एटा में दर्दनाक घटना, रेलवे ट्रैक पर पालतू श्वान को बचाने में ट्रेन से कटा बालक, परिवार में मचा कोहराम
Etah News श्वान राक को ट्रेन से बचाने के चक्कर में कृष्णा की हुई दर्दनाक मृत्यु के बाद से ही बड़े भाई का कपिल और बहन ईशा का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के लोग व शुभचिंतक बार-बार ढांढस बंधा रहे थे लेकिन भाई से विछुड़े दोनों बेहाल थे।

एटा, जागरण टीम। रेलवे ट्रैक पर पहुंचे पालतू श्वान को बचाने के चक्कर में 12 वर्षीय बालक ट्रेन से कट गया, हादसे में श्वान की भी जान नही बच पाई। इस दर्दनाक दुर्घटना पर हर कोई दुखी है। बालक कक्षा 5 का छात्र था, उसके घर में कोहराम मचा है।
कक्षा पांच का छात्र था श्रीकृष्ण
मिरहची थाना क्षेत्र के ग्राम सुपैती निवासी फौजी सूर्यप्रकाश का 12 वर्षीय पुत्र श्रीकृष्ण उर्फ कृष्णा शहर के मुहल्ला न्यू संजय नगर में बड़े भाई कपिल के साथ रहकर सेंट पाल्स स्कूल में कक्षा पांच की पढ़ाई कर रहा था। शनिवार सुबह 8 बजे वह पालतू श्वान राक को लेकर घर से बाहर निकला था कि तभी श्वान छूटकर रेलवे ट्रेक की ओर भागने लगा। तभी दोनों पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आ गए, जिसमें कृष्णा की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि घायल श्वान ने कुछ समय बाद दम तोड़ दिया। जब कुछ लोगों ने रेलवे ट्रेक पर क्षत-विक्षत हालत में कृष्णा का शव पड़ा देखा तो सूचना मकान पर मौजूद भाई को दी।
मौके पर पहुंचे लोग
जानकारी मिलते ही भाई व आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। ग्राम सुपैती के लोग भी मौके पर जा पहुंचे। कोतवाली देहात की लिप्टन पुलिस चौकी के प्रभारी अश्वनी कुमार व कृष्ण कुमार पुलिस बल के साथ मुहल्ला न्यू संजय नगर के पास रेलवे ट्रेक पर पहुंच गए। स्वजन ने शव का पोस्टमार्टम कराए जाने से इन्कार कर दिया। चौकी प्रभारी ने बताया कि पंचनामा कार्रवाई पूरी कर शव स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया।
छत्तीसगढ़ में तैनात पिता को दी सूचना
हादसे के बाद स्वजन द्वारा छत्तीसगढ़ में तैनात फौजी सूर्यप्रकाश को सूचना दी गई। पुत्र की ट्रेन से कटकर मृत्यु की जानकारी मिलते ही वह घर के लिए रवाना हो गए। ट्रेन से कटकर छात्र की मृत्यु की जानकारी मिलते ही सेंट पाल्स के डायरेक्टर अनुग्रह दास समेत स्कूल के अन्य कर्मचारी ग्राम सुपैती पहुंचे। उन्होंने कृष्णा के स्वजन को ढांढस बंधया। उसका बड़ा भाई कपिल कक्षा 8 का छात्र है।
श्वान की वफादारी पर भारी रहा बालक का प्यार
कहते हैं कि श्वान मालिक के प्रति वफादार होता है, लेकिन यहां तो मालिक श्वान के प्रति अधिक वफादार हो गया। यह अलग बात है कि श्वान के साथ मालिक की भी जान चली गई, लेकिन यह घटना साबित करती है कि श्वान की वफादारी पर बालक का प्यार भारी रहा। अपने लाड़ले श्वान को बचाने के चक्कर में बालक ट्रेन से कट गया। हालांकि वह श्वान को नहीं बचा पाया, मगर उसकी जांबाजी की चर्चा जिसने भी घटना के बारे में सुना उसकी जुबां पर है।
ट्रेन से श्वान को बचाने की कर रहा था श्रीकृष्ण
शनिवार को थाना मिरहची क्षेत्र के गांव सुपैती निवासी सेना में तैनात सूर्यप्रकाश का 12 वर्षीय पुत्र श्रीकृष्ण उर्फ कृष्णा रेलवे ट्रैक पर पहुंचे अपने श्वान को ट्रेन से बचाने की कोशिश कर रहा था, तभी वह खुद चपेट में आ गया और श्वान तथा कृष्णा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया। बालक सेंट पाल्स स्कूल में कक्षा 5 का छात्र था, उसके सहपाठियों को जब दर्दनाक दुर्घटना के बारे में पता चला तो वे भी शोक में डूब गए।
दर्दनाक नजारा देखकर दहला दिल
घटना स्थल पर भी बेहद दर्दनाक नजारा था। एक तरफ श्वान के टुकड़े पड़े थे तो एक तरफ मृत अवस्था में बालक। जिसने भी देखा उसी का दिल दहल उठा। बालक के बारे में बताया गया है कि जब भी स्कूल की छुट्टी होती थी तो अक्सर अपने श्वान को घुमाने के लिए ले जाता था। थोड़ी सी चूक भारी पड़ गई।
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गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार
ट्रेन की चपेट में आकर मौत के शिकार हुए बाल कृष्णा का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उसके पिता रात के वक्त गांव पहुंचे। पिता का रो-रो कर बुरा हाल था। गांव में रात के समय भी काफी भीड़ जमा थी। बच्चे को दफन किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस बल भी मौजूद रहा। बालक के घर सांत्वना देने पहुंचने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है। सुपैती के आसपास के गांवों के तमाम लोग भी पहुंचे। बालक के नाना विजय सिंह ने बताया बेहद दुखद दुर्घटना हुई है।
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