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    आधी रात को सांसद ने माता-पिता को दिया सरप्राइज, पहली बार सियासत में उतरा और मार लिया मैदान

    सांसद शशांक गोरखपुर सिविल लाइंस स्थित आवास परिसर में वाहनों के काफिले के साथ पहुंचे। वहां उनकी मां शशि एवं पिता लेफ्टिनेंट जनरल श्री प्रकाश मणि सोए हुए थे। घर में पहुंचते ही उन्होंने अपनी मां को आवाज दी। जैसे ही शशांक की आवाज मां ने सुनी नींद खुल गई और उनके चेहरे पर खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अंदर कमरे में पहुंचते ही मां -बेटे गले से मिल गए।

    By MAHENDRA KUMAR TRIPATHI Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 06 Jun 2024 03:30 PM (IST)
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    मां शशि व पिता श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी को सांसद निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र सौंपते शशांक मणि। फोटो सौजन्य स्वजन

    महेंद्र कुमार त्रिपाठी, जागरण,देवरिया। लोकसभा सीट देवरिया से नवनिर्वाचित सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने पहली बार सियासत में कदम रखा और कामयाबी हासिल की। सांसद निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र मिलने के करीब पांच घंटे बाद गोरखपुर के लिए रवाना हो गए। वहां अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया।

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    सांसद शशांक गोरखपुर सिविल लाइंस स्थित आवास परिसर में वाहनों के काफिले के साथ पहुंचे। वहां उनकी मां शशि त्रिपाठी एवं पिता लेफ्टिनेंट जनरल श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी सोए हुए थे। घर में पहुंचते ही उन्होंने अपनी मां को आवाज दी। जैसे ही शशांक की आवाज मां ने सुनी, नींद खुल गई और उनके चेहरे पर खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

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    अंदर कमरे में पहुंचते ही मां -बेटे गले से मिल गए। उसके बाद सांसद निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र माता-पिता को सौंपा। उसके बाद पिता सेवानिवृत्त उप थलसेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल श्री प्रकाशमणि त्रिपाठी की आंखें खुशी से भर गईं। उनकी दिली इच्छा पूरी हो गई।

    क्योंकि वह हमेशा कहते थे कि मेरे रहते शशांक सांसद बन जाएं और जनता की सेवा करें। वह दिन ईश्वर ने पूरा कर दिया। माता-पिता एवं पुत्र का मिलन देख वहां मौजूद हर कोई भावुक हो गया। इसी बीच मां ने बेटे को तिलक लगे तिलक लगाकर आशीर्वाद दिया। एक दूसरे का मुंह मीठा किया। इस दौरान शशांक की पत्नी गौरी व बेटियां तारिणी व ईशा भी मौजूद रहीं।

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    आधी रात के बाद दो बजे देवरिया लौटे

    बैतालपुर के निकट बार-बार गांव स्थित पैतृक आवास में सांसद शशांक अपनी पत्नी गौरी के के साथ पहुंचे। सुबह करीब 6 बजाते ही कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गई। बाहर शोर सुनकर शशांक अपने को रोक नहीं सके और बाहर निकल आए। कार्यकर्ताओं के बीच करीब 2 घंटे बिताया।

    उसके पश्चात देवरिया शहर के पुरवा स्थित केंद्रीय कार्यालय पहुंचे। वहां भी कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या थी। सभी के बीच दोपहर तक रहे।

    दोपहर में दतिया के लिए रवाना

    मध्य प्रदेश में दतिया स्थित पीतांबरा पीठ के प्रति शशांक मणि की गहरी आस्था है। चुनाव में अभूतपूर्व सफलता मिलने के बाद वह बुधवार की दोपहर दतिया के लिए रवाना हो गए। गोरखपुर से हवाई जहजा से नई दिल्ली। उसके बाद दतिया गए।

    टिकट घोषित होने वाले दिन भी थे दतिया

    सांसद शशांक मणि बताते हैं कि जिस दिन देवरिया लोकसभा सीट के लिए टिकट घोषित किया गया। उसे दिन मैं मां पीतांबरा पीठ का दर्शन करने गया था अभी माता का दर्शन किया ही था कि सूचना मिली। मुझे देवरिया से भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया है। माता पीतांबरा की शक्ति असीम है। किसी की भी मन्नत वह पूरा करती हैं।