आधुनिक हिदी कविता के सबसे प्रगतिशील कवि थे निराला
नागरी प्रचारिणी सभा में मनाई गई कवि निराला की जयंती ...और पढ़ें

देवरिया: आरबीएस पीजी कालेज आगरा के एसोसिएट प्रोफेसर व साहित्यकार डा. इंद्र कुमार यादव ने कहा कि महाकवि निराला आधुनिक हिदी कविता के सबसे प्रगतिशील कवि थे। उनकी कविताओं पर काफी शोध कार्य हुए हैं, लेकिन उनके गद्य साहित्य पर काम कम हुआ है। जबकि उनका गद्य साहित्य भी बेहद समृद्ध है।
वह रविवार को नागरी प्रचारिणी सभा में निराला की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कहा कि निराला के संपूर्ण गद्य साहित्य में उनके सभी नायक ब्राह्मण जाति के हैं। जबकि प्रेमचंद्र के नायक दलित जाति के हैं। उन्होंने निराला के साहित्य को गंभीरता से पढ़ने पर बल दिया। रामलीला समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार बरनवाल ने कहा कि कवि विपरीत परिस्थितियों में रचना कर्म करता है। इतिहासकार डा.दिवाकर तिवारी ने कहा कि विद्रोह, प्रेम और सभी रसों का समन्वय, ये सारे तत्व मिलकर निराला को महाप्राण की संज्ञा देते हैं। संयोजक डा.सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि कविता हमें सकारात्मक सोच रखने की शिक्षा देती है। सभा के अध्यक्ष आचार्य परमेश्वर जोशी ने कहा कि निराला ने भिक्षुक, तोड़ती पत्थर आदि कविताएं लिखकर समाज के निचले तबके के लोगों की सुधि ली। संचालन मंत्री इंद्र कुमार दीक्षित व रविकांत मणि त्रिपाठी ने किया। इस मौके पर कवि दयाशंकर कुशवाहा, धर्मदेव सिंह आतुर, सरोज पांडेय, भीम प्रजापति, छेदी प्रसाद गुप्त, सौदागर सिंह, नित्यानंद यादव, बाबू राम सिंह, योगेंद्र तिवारी, रामेश्वर तिवारी, रविनंदन सैनी, शैलेंद्र तिवारी, विनोद पांडेय, वरुण पांडेय, आशुतोष त्रिपाठी, गोपालजी त्रिपाठी, गिरधर करुण, उमाशंकर द्विवेदी, सुभाष पांडेय, परमहंस, बृजेंद्र मिश्रा आदि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में चक्रपाणि ओझा, दुर्गा पांडेय, गोपाल कृष्ण, जगदीश उपाध्याय, भृगुनाथ प्रसाद, रामधनी सिंह, अनिल कुमार त्रिपाठी, हिमांशु सिंह, डा.रीमा सिंह, शारदा प्रसाद श्रीवास्तव, जवाहर लाल चौहान आदि मौजूद रहे।

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