सात मार्च से शुरू होगा मिशन इंद्रधनुष अभियान: डा. आलोक
सीएमओ डा. आलोक पाण्डेय ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों और गर्भवती को चिन्हित करने के बाद माइक्रो प्लान तैयार कर लिया ग ...और पढ़ें

देवरिया: राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण से वंचित शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती के टीकाकरण के लिए सात मार्च से तीन चरणों में मिशन इंद्रधनुष अभियान 4.0 चलाया जाएगा। टीकाकरण के लिए 13 हजार से अधिक बच्चों और चार हजार से अधिक गर्भवती को चिह्नित किया गया है। पहला चरण सात मार्च से 14 मार्च तक, दूसरा चरण चार अप्रैल से 10 अप्रैल तक और तीसरा चरण दो से आठ मई तक चलाया जाएगा।
यह बातें शनिवार को सीएमओ कार्यालय में सीएमओ डा. आलोक पाण्डेय ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही। कहा कि नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों और गर्भवती को चिन्हित करने के बाद माइक्रो प्लान तैयार कर लिया गया। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत तीन चरणों में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। प्रथम चरण में 13615 बच्चों और 4246 गर्भवती का 2492 सत्रों में अभियान चलाकर टीकाकरण किया जायेगा। नियमित टीकाकरण बच्चों और गर्भवतियों को टिटनेस, टीबी, पोलियो, गलघोंटू, काली खांसी, डायरिया व निमोनिया जैसी घातक और जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा कवच प्रदान करती है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि अभियान में ईंट-भट्ठों, मलिन बस्तियों और जनपद मुख्यालय से सुदूर क्षेत्रों में निवास करने वाली आबादी पर विशेष फोकस किया जाएगा। अभियान में जानलेवा बीमारियों जैसे- टीबी, गलघोंटू, काली खासी, टिटनेस, पोलियो, खसरा, हेपेटाइटिस-बी, डायरिया तथा निमोनिया से बचाव के लिए बच्चों को बीसीजी, हेपेटाइटिस-बी, पोलियो, पेणंटावेलेण्ट, मीजल्स तथा डीपीटी के टीके लगाए जायेंगे। गर्भवती को टीडी का टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण टीकाकरण न होने से शिशु मृत्यु की आशंका बढ़ जाती है, इसीलिए नियमित टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जाता है, ताकि बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सके।

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