चार एसडीएम व बीएसए समेत 35 अफसरों का वेतन रोका
जन शिकायतों के निस्तारण में अफसरों की मनमानी सामने आ रही है। इसे डीएम अमित किशोर ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने आइजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का समय से निस्तारण न करने पर चार एसडीएम व बीएसए समेत 35 अफसरों का जुलाई का वेतन रोक दिया है। डीएम के इस कार्रवाई से अफसरों में खलबली मच गई है।
देवरिया : जन शिकायतों के निस्तारण में अफसरों की मनमानी सामने आ रही है। इसे डीएम अमित किशोर ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने आइजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का समय से निस्तारण न करने पर चार एसडीएम व बीएसए समेत 35 अफसरों का जुलाई का वेतन रोक दिया है। डीएम के इस कार्रवाई से अफसरों में खलबली मच गई है।
डीएम का कहना है कि आइजीआरएस पोर्टल पर आमजन की तरफ से की गई शिकायतों का निस्तारण किया जाता है। शिकायतों के निस्तारण के लिए एक नियत तिथि भी तय होती है, लेकिन कई शिकायतें डिफाल्टर की स्थिति में आ जाती हैं। इसके चलते आम जनता को परेशानी होती है। वहीं आजीआरएस पोर्टल पर जनपद की ग्रेडिग खराब होती है। डीएम ने जिन डिफाल्डर शिकायतों को देखते हुए जिन 35 अफसरों का वेतन रोका है, उसमें एसडीएम सलेमपुर, देवरिया, रुद्रपुर व बरहज, बीएसए, चिकित्सा अधीक्षक सलेमपुर, तहसीलदार सलेमपुर, बरहज, देवरिया, रुद्रपुर व भाटपाररानी, प्रभारी निरीक्षक थाना मदनपुर, मईल, बनकटा, गौरी बाजार, बघौचघाट, रुद्रपुर, लार, भटनी, सदर कोतवाली, तरकुलवा व रामपुर कारखाना, उप संचालक चकबंदी, एडीओ पंचायत भटनी व लार, एसडीओ विद्युत सलेमपुर व रुद्रपुर, अधिशासी अभियन्ता विद्युत देवरिया, बीडीओ भटनी, सलेमपुर, लार, देवरिया सदर व बनकटा, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत भटनी, अधिशासी अभियंता निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग शामिल हैं। डीएम ने कहा है कि नियत तिथि तक निस्तारण न होने से साफ है कि जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। यह शासन के मंशा के विपरीत है। नियमित रूप से पोर्टल का अनुश्रवण करने व किसी भी दशा में संदर्भों के डिफाल्टर होने की स्थिति न आने देने का निर्देश दिया है।
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