UPPCL: बिजली चोरी के खिलाफ विद्युत विभाग का ताबड़तोड़ एक्शन, काटे गए 46 कनेक्शन; एक लाख रुपये की वसूली
UPPCL देवरिया में बिजली बिल बकाया होने पर 46 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए। एक लाख रुपये की वसूली की गई। साथ ही लाइन काटने के बाद भी बिना बकाया बिल जमा किए बिजली जलाते हुए पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। तीन दिनों से 20 घरों की बिजली आपूर्ति बाधित है। बिजली विभाग की लचर व्यवस्था से जगह-जगह बिजली के पोल टूटकर लटक गए हैं।

जागरण संवाददाता, देवरिया। विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के तहत रविवार को पांडेय चक विद्युत उपकेंद्र केसरपुर गांव में बकाया के चलते 46 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए। एक लाख रुपये की वसूली की गई।
एसडीओ शुभमनाथ त्रिपाठी, अवर अभियंता मनीष कुमार पांडेय की देखरेख में अभियान चला। इस दौरान लोगों ओटीएस योजना का लाभ उठाने की अपील भी की गई। साथ ही लाइन काटने के बाद भी बिना बकाया बिल जमा किए बिजली जलाते हुए पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। इस दौरान लाइनमैन पिंटू, आलोक, अनूप सहित आधा दर्जन कर्मचारी उपस्थित रहे।
तीन दिनों से 20 घरों की विद्युत आपूर्ति बाधित
बभनान के रेलवे स्टेशन चौराहे पर पोल टूटने से तीन दिनों से लगभग 20 घरों के बिजली बाधित है। हालांकि सोमवार को विद्युत विभाग विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए लिए लगा हुआ था।
शनिवार की शाम स्टेशन चौराहे पर ट्रैक्टर ट्राली की ठोकर से बिजली का पोल व तार टूट गया और लगभग 20 घरों के बिजली गुल हो गई। बिजली गुल रहने के चलते उपभोक्ताओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। अवर अभियंता राम प्रकाश ने बताया कि पोल की व्यवस्था न होने के चलते विद्युत आपूर्ति बहाल करने में देरी हुई है।
टूट कर लटक गए पोल, बिजली आपूर्ति व्यवस्था कमजोर
बस्ती में बिजली विभाग की लचर व्यवस्था से जगह-जगह बिजली के पोल टूटकर लटक गए हैं। इससे खतरा बढ़ा है और यहां के लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। 15 दिसंबर से राजस्व वृद्धि के लिए एक मुश्त समाधान योजना चलने के कारण भी लाइनों की मरम्मत कार्य बाधित है।
विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दिए तो कभी भी कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। जनपद के चारों खंडों की हालत एक जैसी है। कहीं खेत में पोल टूटकर लटके हैं तो कहीं सड़क किनारे पोल उखड़े पड़े हैं। इन्हीं विद्युत खंभों के सहारे आपूर्ति भी दी जा रही है। विभाग हाइटेंशन खंभों को भी उसी हाल में छोड़ रखा है। गनीमत यह कि इस समय ठंडी का मौसम है। इसलिए टूटे पाेल भी तारों के सहारे खड़े हैं।
गर्मी के मौसम में आंधी-पानी आने पर यही खंभे उखड़ कर विद्युत व्यवस्था को छिन्न भिन्न कर देते हैं। रखरखाव पर विभाग को हमेशा ध्यान देना होता है लेकिन अधिकारी इस समय केवल राजस्व वृद्धि कैंप लगाने पर जोर दे रहे हैं। शट डाउन भी उन्हीं स्थानों पर लिया जा रहा है, जहां आरडीएसएस योजना से कार्य कराए जा रहे हैं।
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