यूपी- बिहार के भक्तों की आस्था का केंद्र है देवरिया का यह मंदिर, भक्तों की हर मुराद पूरी करती हैं हदहदवा भवानी
देवरिया जिले का हदहदवा भवानी का मंदिर यूपी- बिहार के भक्तों की आस्था का केंद्र है। इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। भक्तों का कहना है कि देवी के आशी ...और पढ़ें

देवरिया, जागरण संवाददाता। देवरिया जिले से 65 किलोमीटर दूर यूपी -बिहार बार्डर पर रामपुर प्रतापपुर फैक्ट्री स्थित मां हदहदवा भवानी का मंदिर यूपी- बिहार के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है । ऐसा कहा जाता है कि जिस जगह पर यह प्राचीन मंदिर है, वहां अगल बगल पहले बहुत घना वन था । जिसमे देवी की पूजा होती थी। उस जमाने मे इन्हें वन देवी के नाम से भी जाना जाता था ।
मंदिर का इतिहास
मान्यता है कि वर्ष 1903 में अंग्रेजों के शासन काल में जब यहां चीनी मिल का स्थापना हुआ, तब यहां सब तैयारी के बाद जब गन्ना पेराई के लिए डोंगा में डाला गया तो रस नहीं निकल रहा था। जिसे लेकर कई दिनों तक मिल प्रबंधन परेशान रहा। तमाम जतन किये गए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मिल में कार्यरत कर्मचारियों ने माता के महिमा का बखान मिल प्रबंधन से किया। जिसके बाद मिल प्रबंधन द्वारा माता रानी के स्थान को साफ सफाई करा कर उनका विधिवत पूजन अर्चन मंत्रों के साथ कराया गया। जिसके बाद गन्ने से हद- हद करके रस गिरने लगा। जिसके बाद वन देवी का नाम हदहदवा भवानी पड़ गया। तभी से इन्हें हदहदवा भवानी के नाम से जाना जाने लगा। फैक्ट्री चालू करने से पहले देवी की पूजा धूम-धाम के किया जाता है। पूजा में थोड़ी सी त्रुटि होने पर मिल प्रबंधन को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है ।
दुर्गा पूजा
शारदीय नवरात्र के समय यह स्थान विशेष महत्व रखता है। यहां पूरे नवरात्र मेला लगता है। इसके अलावा माता के दरबार में महीने के हर सोमवार व शुक्रवार को भक्तों का लाइन तो लगी ही रहती है, लेकिन नवरात्र में यूपी के देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर तो बिहार के सिवान व गोपालगंज के भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मां सभी की मुरादें पूरी करती हैं । यूपी बिहार के लोग यहां मांगलिक कार्य भी करते हैं।
क्या कहते हैं पुजारी
पुजारी राम अशीष मिश्र बताते हैं कि मां से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है । माता के दरबार से आजतक कोई निराश होकर नही लौटा है, लोगों की मुराद पूरी होते ही लोग यहां भजन कीर्तन करते है नारियल चुनरी चढ़ाकर लोग माता से आशीर्वाद लेते हैं ।
क्या कहते हैं श्रद्धालु
श्रद्धालु अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि हदहदवा भवानी मंदिर में सोमवार व शुक्रवार के अलावा नवरात्रि पे पावन पर्ब पर हर साल हम सभी श्रद्धालु पहुंचते है । और माता में दरबार मे शीश झुकाते हुए आशीर्वाद प्राप्त करते है।

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