मेडिकल कॉलेज में चल रहा दलाली का खेल; एमसीएच विंग से गर्भवती को किया रेफर, निजी अस्पताल ले गई दलाल
देवरिया में एमसीएच विंग से एक गर्भवती महिला को दलाल ने निजी अस्पताल में रेफर कर दिया। यह घटना मेडिकल कॉलेज में दलाली के खेल को उजागर करती है। महिला को ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, देवरिया। महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज से रोगियों को निजी अस्पतालों में ले जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल यह है कि रविवार को एमसीएच विंग में प्रसव के लिए आई दर्द से तड़प रही गर्भवती महिला को डाक्टरों ने बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया।
ताक में लगी महिला दलाल ने उसे अपनी बातों में फंसाया और उसे निजी अस्पताल में आपरेशन के लिए लेकर चली गई। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने महिला दलाल को न तो रोका और ना ही टोका।
एक महिला को उसके स्वजन एमसीएच विंग में दोपहर में लेकर गए। जांच के बाद डाक्टर ने उसे गंभीर बताते हुए बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया। ऐसे में एक दलाल ने उसे समझाया कि गोरखपुर जाते-जाते कुछ भी हो जाएगा। इसका आपरेशन अभी कुछ ही देर में एक अस्पताल में मैं करा दूंगी।
स्वजन संकट में फंसा देख हामी भर दिए और उसके बाद महिला दलाल पास खड़े एक ई रिक्शा से लेकर उसे निजी अस्पताल में चली गई। ई-रिक्शा में बैठने के दौरान पूछने पर स्वजन ने पीड़ित गर्भवती का नाम उर्मिला, निवासी मुंडेरा बताया।
कहा निजी अस्पताल में आपरेशन के लिए लेकर जा रहे हैं। मेडिकल कालेज के सीएमएस डा. एचके मिश्र ने बताया कि मामला गंभीर है। इसकी जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निजी अस्पताल में गर्भवती को लेकर जाते ही मिल जाते हैं 10 हजार रुपये
निजी अस्पताल में गर्भवती के पहुंचाने के बाद दलाल को 10 हजार रुपये तत्काल मिल जाते हैं।उसे लेकर दलाल चलता बनती है। अस्पताल संचालक उस रकम को रोगी के डिस्चार्ज होने के समय उसके बिल में जोड़ कर गर्भवती के स्वजन से वसूल लेता है। इसका सबसे अधिक खामियाजा गरीबों को भुगतना पड़ता है। अस्पताल संचालक को रकम कर्ज लेकर चुकाते हैं।

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