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    सावधान! कहीं आपकी थाली में खेसारी की दाल तो नहीं

    By Edited By:
    Updated: Sat, 03 Dec 2011 08:20 PM (IST)

    देवरिया: यदि आप बाजार से खरीद कर दाल खा रहे हैं तो आपकी जान खतरे में है। बाजार में अरहर की दाल में जानलेवा खेसारी की मिलावट का धंधा जोरों पर है। नगर से लेकर ग्रामीण बाजारों में मिलावटी दाल खुलेआम बेची जा रही है। प्रशासन की नाक के नीचे मिलावट खोर लोगों की सेहत से खेल रहे हैं। यह खेल बड़े व्यापारियों और प्रशासन की मिली भगत से हो रहा है।

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    अरहर में खेसारी मिलाने की बात कोई नई नहीं है लेकिन इधर के दिनों में इसका धंधा तेजी पकड़ चुका है। रेलवे स्टेशन और होटलों में बनने वाली दाल में अब खेसारी की मात्रा अधिक रह रही है। उत्तर प्रदेश में इस दाल पर प्रतिबंध है लेकिन बिहार में ऐसा नहीं है। बिहार में बड़े पैमाने पर इस दाल की खेती होती है। यहीं से अवैध कारोबारी यह दाल मंगाते हैं। एक व्यापारी ने बताया कि खेसारी के दाल की खपत गांवों में अधिक है। गोरखपुर की साहबगंज और देवरिया की दाल मंडी इसका बड़ा केन्द्र है। रात के अंधेरे में यह अवैध दाल बिहार से चलती है और जब तक शहर जागता है इस जान लेवा दाल को ठिकाने लगा दिया जाता है। अरहर की दाल में मिलाकर इसे बेच दिया जाता है। यह सब अधिकारियों की मिलीभगत से होता है।

    खेसारी दाल की पहचान

    खेसारी की दाल थोड़ी चौकोर व फ्लैट होती है। अरहर के दाल की तुलना में यह एक तरफ से चपटी व दूसरी तरफ से उठी हुई होती है। इसका रंग हल्का पीला होता है।

    कैसे होती है मिलावट

    खेसारी की दाल अरहर दाल की तरह दिखे इसलिए मशीन से इसे तराशा जाता है। इसका रंग बदलने के लिए अरहर के दाल में गौखरी पाउडर मिलाया जाता है

    खतरनाक है खेसारी का उपयोग

    डा. के.के श्रीवास्तव ने बताया कि खेसारी की दाल में बीटा आक्जैलिल अमीनो एलैनीन नामक केमिकल पाया जाता है जो शरीर के नैरो सिस्टम पर प्रभाव डालता है। इसको खाने से लेथारिच्म नामक बीमारी होती है जिससे मनुष्य को लकवा मार सकता है, जिसका कोई इलाज संभव नही है।

    खुद ही करे बचाव

    अगर बीमारी से बचना है तो जरूरी है कि खेसारी दाल की पहचान करें और उसका उपयोग न करें। उपयोग अगर जरूरी हो तो प्रयोग में लाने के पहले दाल को पानी में उबाले और पानी फेंक दें, फिर चावल की तरह खाएं।

    मिलावटखोरी रोकना प्राथमिकता: एसडीएम

    इस संबंध में उपजिलाधिकारी बच्चा लाल मौर्या ने बताया कि लोगों की जान का सौदा करने वाले मिलावटखोरों की नहीं चलने दी जाएगी। इसके खिलाफ शिकंजा कसना ही पहली प्राथमिकता है। मिलावटखोरों के गिरोह को खत्म करने के लिए खाद्य विभाग की टीम को साथ लेकर शीघ्र अभियान चलेगा।

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