यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में चमके चित्रकूट के लकड़ी के खिलौने, कारीगरों की शिल्पकला का प्रदर्शन
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में चित्रकूट के लकड़ी के खिलौने लोगों को खूब भा रहे हैं। ओडीओपी और एमएसएमई योजनाओं के तहत लगे स्टॉलों में पारंपरिक शिल्पकला के साथ नए डिज़ाइन के खिलौने प्रदर्शित हैं। कारीगरों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी स्टॉल में रुचि दिखाई जिससे उन्हें गर्व महसूस हुआ। इन खिलौनों से चित्रकूट को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल रही है और कारीगरों को रोजगार मिल रहा है।

जागरण संवाददाता, चित्रकूट। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में चित्रकूट की तपोभूमि से आए पारंपरिक लकड़ी के खिलौनों को लोगों का भरपूर प्यार मिल रहा है। बच्चों की रुचियों को ध्यान में रखकर बनाए गए ये खिलौने न केवल मनोरंजन का साधन हैं, बल्कि स्थानीय कारीगरों की पारंपरिक शिल्पकला और सांस्कृतिक विरासत की झलक भी बखूबी पेश कर रहे हैं।
ट्रेड शो में चित्रकूट से कुल पांच स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें से चार ''एक जिला एक उत्पाद'' (ओडीओपी) योजना से और एक एमएसएमई योजना से जुड़ा है। इन स्टॉलों में लकड़ी से बने डंबल, रेटल, किचन सेट, स्टार क्रेन जैसे सुंदर और नवीन डिजाइनों वाले खिलौने प्रदर्शित किए गए हैं, जो खास तौर पर बच्चों और परिवारों को आकर्षित कर रहे हैं।
सीतापुर से आए शैलेश तोमर, संजय, शिव और विजय ने अपने-अपने ओडीओपी स्टाल लगाए हैं। वहीं सुखेंद्र कुमार का स्टॉल एमएसएमई योजना के अंतर्गत है। सुखेंद्र बताते हैं कि इस बार उन्होंने पारंपरिक डिजाइनों के साथ-साथ नई सोच के साथ खिलौने तैयार किए हैं, जो लोगों को बेहद पसंद आ रहे हैं।
शैलेश ने बताया कि गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रेड शो का उद्घाटन किया था। यद्यपि वे उनके स्टॉल तक नहीं आए, लेकिन दूर से स्टॉल की ओर देखकर रुचि जरूर दिखाई। यह कारीगरों के लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण था।
इन पारंपरिक खिलौनों की लोकप्रियता चित्रकूट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला रही है। साथ ही, इससे स्थानीय कारीगरों को रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में नई राह भी मिल रही है।
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