बुआ जी को साधू-संतों ने दी श्रद्धांजलि
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : पद्मविभूषित श्री तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज क
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : पद्मविभूषित श्री तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज की बहन एवं राघव परिवार की बुआ जी स्व. डा. गीता मिश्रा का त्रयोदश कार्यक्रम मंगलवार को तुलसीपीठ में आयोजित किया गया। जिसमें देश भर से आए हजारों शिष्यों एवं साधू-संतों ने शिरकत कर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
इस मौके पर दिव्यांग विश्वविद्यालय के जीवनपर्यंत कुलाधिपति जगदगुरू स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने आठ वर्षो से सेवा कर रहे निजी सहायक बाल व्यास जय मिश्रा को श्रीतुलसी पीठ का युवराज बनाने की घोषणा की। उन्होंने अखिल भारतीय दिगंबर अखाड़ा के महासचिव शिवशंकर दास जी महाराज, आचारी आश्रम के महंत बद्री प्रापन्नाचार्य महाराज एवं रामायणी कुटी के महंत रामहृदय दास महाराज आदि हजारो संत-महंतो एवं राघव परिवार के सदस्यों ने जय मिश्रा को श्री तुलसीपीठ का उत्तराधिकारी घोषित किया। जिससे राघव परिवार में खुशी की लहर दौड गई। उन्होंने कहा कि श्रीतुलसी पीठ के युवराज जय मिश्रा को आगामी 2019 में इलाहाबाद में आयोजित होने वाले महाकुम्भ में संपूर्ण भारत वर्ष के संत समाज के समक्ष विरक्त दीक्षा दिलाई जायेगी। आज उन्होंने जो भी प्रकल्प खडा किया हैं उसमें बुआजी का ही पुरा सहयोग था। एक एक पैसे का हिसाब- किताब रखते हुए इतना बडे-बडे पांच शैक्षिक संस्थान आश्रम, अस्पताल आदि बना दिया है। वे अपने जीवन में सभी के लिए शिक्षा ,रोजगार पुनर्वास आदि की व्यवस्था करते हुए दिव्यांग बच्चों के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया।
इस मौके पर जेआरएचयू के कुलपति प्रो. योगेशचंद्र दुबे, राजेंद्र गोयल, सुशील कुमार कीरतनिया, उमाचरण गुप्ता, नलिनी निगम दिल्ली, रमापति मिश्र, चंद्रकांत मणि मिश्र, विशेष नारायण मिश्र, अमिता झा, आनंद प्रकाश गौतम, पूर्व कुलपति प्रो. बी. पांडेय,दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन और डा. भरत पाठक आदि मौजूद रहें।
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