तुलसी पीठ के उत्तराधिकारी बने रामचंद्र दास
जागरण संवाददाता चित्रकूट जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने बुधवार को तुलसी जयंती के
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने बुधवार को तुलसी जयंती के अवसर पर दिग्गज साधु-संतों और महंतों की मौजूदगी में अपने शिष्य जय मिश्रा को तुलसी पीठ का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। अब उनकी पहचान रामचंद्र दास के नाम से होगी।
मध्यप्रदेश के सतना जिले के जानकी कुंड स्थित कांच मंदिर तुलसी पीठ में पट्टाभिषेक महोत्सव के दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने तिलक कर इसकी घोषणा की। इसके बाद योग गुरु बाबा राम देव, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि महाराज, महंत गुरुशरणानंद जी महाराज, मलूक पीठाधीश्वर डॉ. राजेंद्र प्रसाद महाराज, विजय कौशल किशोर महाराज, निर्मोही अखाड़ा के महंत नृत्य गोपाल दास, आचारी मंदिर के बद्री प्रपन्नाचार्य महाराज, महंत ओंकार दास, राम हृदय दास ने उत्तराधिकारी रामचंद्र दास का तिलक कर आशीर्वाद दिया। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि ज्यादातर संत अपने सगे संबंधी को ही उत्तराधिकारी बनाते हैं, लेकिन मैनें एक युवा संन्यासी को यह पद दिया है, जिससे मेरा सिर्फ गुरु-शिष्य का नाता है। मेरे बाद रामचंद्र दास ही तुलसी पीठ के रामानंदाचार्य होंगे। इस दौरान जगद्गुरु के उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र को गोकुल के महंत गुरुशरणानंद महाराज ने पढ़कर सुनाया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने पट्टाभिषेक किया। विहिप के अंतरराष्ट्रीय संगठन महामंत्री दिनेश चंद्र, राज्य सभा सदस्य प्रभात झा, दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन, संस्कार भारती के योगेंद्र बाबा, सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के निदेशक वीके जैन, एडीजी एसएन सावत, डीएम चित्रकूट शेषमणि पांडेय, एसपी मनोज कुमार झा, सतना कलक्टर डॉ सत्येंद्र सिंह, कुलपति दिव्यांग विवि प्रो. योगेशचंद्र दुबे समेत कई दिग्गज मौजूद रहे।