जगद्गुरु रामभद्राचार्य देहरादून के अस्पताल में भर्ती, सांस की दिक्कत होने पर प्रयागराज से किया गया एयरलिफ्ट
जगद्गुरु रामभद्राचार्य को सांस लेने में तकलीफ के चलते देहरादून के सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें प्रयागराज से एयरलिफ्ट करके देहरादून ले जाया गया। पिछले साल भी उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जगद्गुरु नियमित जांच के लिए देहरादून गए हैं और उनका इलाज पिछले साल से वहीं चल रहा है।

जागरण संवाददाता, चित्रकूट। तुलसीपीठाधीश्वर पद्मविभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य को सांस लेने की तकलीफ होने पर मंगलवार देर शाम देहरादून के सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें प्रयागराज से एयरलिफ्ट करके देहरादून ले जाया गया। पिछले वर्ष भी जगद्गुरु की तबीयत खराब हुई थी तो इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शिशिर कुमार पांडेय ने बताया कि जगद्गुरु नियमित जांच के लिए देहरादून गए हैं। उनका वहीं पर पिछले साल से इलाज चल रहा है। ठंड बढ़ने से पहले जांच जरूरी थी ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।
अगले माह प्रयागराज करेंगे प्रवास
महाकुंभ में अगले माह से प्रयागराज में उनका प्रवास रहेगा। इस दौरान किसी प्रकार का स्वास्थ्य संबंधी परेशानी न हो, इसलिए जांच कराने गए हैं। पिछले साल भी उनकी इसी समय तबीयत आगरा में खराब हुई थी। वहां पर वह राम कथा कह रहे थे। तब पहले आगरा में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उन्हें देहरादून ले जाया गया था।
तब से इसी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। वहां जगद्गुरु की सर्जरी भी हुई थी। देहरादून में सिनर्जी अस्पताल के निदेशक कमल गर्ग ने बताया कि विशेषज्ञ चिकित्सकों ने उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर उपचार शुरू कर दिया है।
उन्होंने किसी से भी फिलहाल मिलने से इनकार किया हुआ है, ऐसे में जो भी स्वामी जी से मिलने आ रहे हैं, उन्हें लौटा दिया जा रहा है। अगले दो से तीन दिन में उन्हें छुट्टी मिल सकती है।

बता दें रामभद्राचार्य सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल में ही रामभद्राचार्य बाल संत के नाम से मशहूर अभिनव अरोड़ा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें रामभद्राचार्य महाराज द्वारा अभिनव को मंच से नीचे उतारते हुए दर्शाया जा रहा है। साथ ही दावा किया जा रहा है कि जगतगुरु ने अभिनव अरोड़ा को मूर्ख भी कहा था। हालांकि वायरल वीडियो की पुष्टि दैनिक जागरण नहीं करता है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को प्रतापगढ़ का बताया जा रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद अभिनव अरोड़ा एक चैनल को दिए इंटरव्यू में अपना पक्ष रखा था ।
अभिनव अरोड़ा ने कहा- वायरल वीडियो के माध्यम से बात को छुपाया गया, बात कुछ और थी और बताई कुछ और गई। उन्होंने बताया- यह वीडियो आज से एक साल पुराना वृंदावन का है। डांट के बाद जगतगुरु रामभद्राचार्य ने उसके बाद मुझे अपने रूम में बुलाया था और आशीर्वाद भी दिया था।

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