'आपके क्षेत्र में कितने हिस्ट्रीशीटर है...कहां रहते हैं'? IPS अरुण कुमार सिंह ने 100 बीट पुलिसकर्मियों से पूछे सवाल
एडीजी जोन भानु भास्कर के आदेश के बाद चित्रकूट के एसपी अरुण कुमार सिंह ने बीट पुलिसिंग को मजबूत करने के लिए पुलिस कर्मियों से हिस्ट्रीशीटरों के बारे में जानकारी मांगी। उन्होंने बीट बुक की जांच की और लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। एसपी ने बताया कि जिले में 519 हिस्ट्रीशीटर हैं जिन पर बीट पुलिसकर्मी नजर रख रहे हैं।

जागरण संवाददाता, चित्रकूट। आपके क्षेत्र में कितने हिस्ट्रीशीटर है...कितने गुंडा एक्ट है ? कितने को जानते हैं आप । कहां रहते है सब। कब - कब इनकी जानकारी के लिए जाते हो। दिखाओ बीट बुक में क्या लिखा है। फिर देखते ही इस हिस्ट्रीशीटर का चाल चलन अब कैसा है। वह अब कहां रहता है। ये सवाल प्रतिदन जिले के एसपी बीट पुलिस कर्मियों से कर रहे।
अभी हाल ही में जनपद फतेहपुर के हथगांव थाना क्षेत्र के अखरी गांव में हुए तिहरे हत्याकांड में बीट पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई थी। तभी से एडीजी जोन भानु भास्कर ने प्रयागराज जोन के सभी जिले के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया था कि खुद बीट पुलिसिंग को सुदृढ़ करें।
तभी से जिले के एसपी अरुण कुमार सिंह आज कई दिनों से जिले भर के सभी थानों से दो से तीन बीट पुलिस कर्मियों को बुलाकर उनसे ये सभी बाते कहते नजर रहे है।
100 बीट पुलिसकर्मियों से एसपी ने किया सवाल जवाब
अभी तक एसपी ने 100 बीट पुलिस कर्मियों को बुलाकर उनसे सवाल जवाब कर उनकी बीट बुक को खुद देखते हुए यह भी कहते है कि सभी बीट पुलिस कर्मी जो काम करें उसकी सारी जानकारी बीट बुक में लिखें। इस बात का ध्यान रखें की अगर कोई हिस्ट्रीशीटर बाहर रहने लगा हो तो संबंधित थाने को बताकर उनसे जानकारी लें की यह हिस्ट्रीशीटर है इसका व्यवहार कैसा है।
साथ ही जिन हिस्ट्रीशीटरों की उम्र अधिक हो गई है उनको हिस्ट्रीशीटरों से हटाकर निगरानी समिति में रखें। सभी बीट पुलिसकर्मी वाट्सएप ग्रुप बनाकर उसमें संभ्रांत लोगों को जोड़ें। ग्रुपों में अलग अलग जाति धर्म के लोगों हों और प्रधान,आशा बहु सहित वालेंटियर लोगो को शामिल करें। अगर किसी ने भी बीट पुलिसिंग में लापरवाही बरती तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एसपी, अरुण कुमार सिंह ने कहा
जिलें भर में 519 हिस्ट्रीशीटर हैं। इन सभी की निगरानी के लिए लगातार बीट पुलिस कर्मियों को लगाया है। वो लगातार इन सब पर नजर बनाए हुए रहते है। बीट पुलिसकर्मियों की बीट बुक को देखा जा रहा है। जिससे बीट बुक में जो भी कमियां होती हैं उनको वो दूर कर और सुदृढ़ बनाते हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।