गांव-गांव जाकर मानसिक रोगियों को करें चिह्नित : डीएम
जागरण संवाददाता चित्रकूट जिला अस्पताल में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से विश्व मानसिक
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जिला अस्पताल में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से विश्व मानसिक दिवस का आयोजन हुआ। डीएम ने कहा कि मानसिक रूप से ग्रसित व्यक्ति को देखभाल व उपचार दोनों की आवश्यकता होती है, स्वास्थ्य विभाग का दायित्व है कि वह गांव गांव जाकर मानसिक रूप से पीड़ित लोगों को चिन्हित करें और उनको उपचार दे।
जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने कहा कि चिकित्सा विभाग के साथ-साथ शिक्षा विभाग भी बच्चों को मानसिक रूप से जो ग्रसित है उन्हें चिन्हित कर उपचार दिलाएं। मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है। बाल विकास विभाग व स्वास्थ्य विभाग ने अभियान चलाकर कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुपोषण से भी बच्चे मानसिक रूप से ग्रसित हो जाते हैं सभी संबंधित विभाग अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए मानसिक रूप से ग्रसित व्यक्तियों की देखभाल व उपचार कराएं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पूर्णकालिक सचिव विदुषी मेहा ने कहा कि मेंटल हेल्थ एक ऐसा विषय है जो हमारे जीवन में बेहद अहमियत रखता है फिर भी अधिकांश लोग इसको अनदेखा करते हैं मेंटल स्ट्रेस डिप्रेशन डिमेशिया फोबिया जैसी कई मानसिक बीमारियां हैं जो पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रही हैं फिजिकल डिस्टेंसिग आइसोलेशन से यह समस्या और भी बढ़ गई है। मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है। इस शिविर में उन्होंने मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों के अधिकारों जानकारी दी। सूचना प्राप्त करने का अधिकार, गोपनीयता और एकांतता का अधिकार नि:शुल्क विधिक सेवा प्राप्त करने का अधिकार आदि पर भी चर्चा की। सांसद प्रतिनिधि शक्ति प्रताप सिंह तोमर, सुनील कुमार सिंह, भाजपा उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, एसीएमओ डा इम्तियाज, सीएमएस डा आरके गुप्ता, डा बृजेश सिंह, डा कन्हैया लाल, डा ऋषि कुमार रहे।
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