By hemraj kashyapEdited By: Nitesh Srivastava
Updated: Tue, 21 Nov 2023 07:29 PM (IST)
जैसे ही हादसा हुआ बोलेरो में सन्नाटा छा गया। उसमें बैठे सभी 11 लोग इतने जख्मी थे कि किसी के मुंह से चीख तक नहीं निकल सकी। जब लोगों ने निकला गया तो दो की सांसें थम गई थी जबकि नौ की चल रही थी। सभी को बोलेरो के पिछले फाटक से निकाला गया। इस दौरान हाईवे व बचाव कार्य में लगे लोगों का शोर जरूर सुनाई दे रहा था।
जागरण संवाददाता, चित्रकूट। झांसी-मीरजापुर हाईवे पर हुए हादसे के बाद बस व बोलेरो के दृश्य ने सभी को रोंगटे खड़े कर दिए हैं। बोलेरो की अगली सीट का हिस्सा टायरों तक चिपक गया। इस हादसे में बोलेरो चालक व मालिक प्रताप पटेल का पूरा परिवार मौत की नींद सो गया।
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इसकी वजह प्रताप की एक झपकी को माना जा रहा है। हाईवे पर जहां हादसा हुआ है वहां पर कोई दुकान आदि नहीं है कुछ दूरी पर मकान हैं। पुलिस का मानना है कि हादसा तेज गति और बोलेरो चालक को झपकी लगने से हुआ है। इसकी तस्दीक बस चालक कालका प्रसाद करते है।
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वह कहते हैं कि वह अपनी साइड में जा रहे थे। उनकी स्पीड करीब 60 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। आगे से लहराती हुई बोलेरो उनकी ओर आ आ रही। जिसे बचाने के लिए बस को दांयी ओर काटा। तो बस के बांयी ओर बोलेरो घुस गई। ऐसा लग रहा था कि चालक नींद में था। उन्होंने बहुत बचाने की कोशिश की।
देर रात निकला था प्रयागराज को प्रताप
मध्यप्रदेश के जिला पन्ना थाना अजयगढ़ के लाइचा के रहने वाले प्रताप पटेल किराना की दुकान करते थे। उनके पास बोलेरो थी, जिसमें परिवार के पांच सदस्यों और चार रिश्तेदार और दो साथियों को लेकर सोमवार की रात करीब दो बजे घर से निकले थे।
करीब 230 किलोमीटर का सफर कर रात में प्रयागराज पहुंचे और संगम स्नान कर लौट रहे थे। पूरी रात वह और परिवार के सदस्य सोए नहीं थे। लौटते में मऊ में नाश्ता किया था। इसके बाद बोलेरो में सभी लोग सो गए और प्रताप ड्राइविंग कर रहा था।
हादसे के बाद बोलेरो से नहीं उठी चीख
जैसे ही हादसा हुआ, बोलेरो में सन्नाटा छा गया। उसमें बैठे सभी 11 लोग इतने जख्मी थे कि किसी के मुंह से चीख तक नहीं निकल सकी। जब लोगों ने निकला गया, तो दो की सांसें थम गई थी जबकि नौ की चल रही थी। सभी को बोलेरो के पिछले फाटक से निकाला गया। इस दौरान हाईवे व बचाव कार्य में लगे लोगों का शोर जरूर सुनाई दे रहा था।
डीएम व एसपी ने मोर्चा संभाला
हादसे की सूचना मिलते ही डीएम अभिषेक आनंद व एसपी वृंदा शुक्ला ने बचाव कार्य का मोर्चा संभाला। तुरंत घटनास्थल को रवाना हुए और फोन से फोर्स और एंबुलेंस को भेज कर सभी घायलों को सीएचसी व जिला अस्पताल भेजा। खुद भी जिला अस्पताल पहुंचे। हालांकि उस समय भी को प्रयागराज रेफर कर दिया गया था।
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चेयरमैन का भांजा सहित 12 चोटिल
नगर पालिका चेयरमैन नरेंद्र गुप्ता के भांजा प्रतीक गुप्ता को भी हादसे में चोट आई थी। वह भी घटना स्थल पहुंचे। बताया कि भांजा बस से प्रयागराज जा रहा था। हालांकि घटना को लेकर प्रतीक ने कुछ नहीं बताया। सिर्फ इतना कहा कि वह परिचालक सीट के बगल में बैठा था।
मोबाइल फोन चला रहा था। हादसा होने पर ध्यान उधर गया। प्रतीक के अलावा बस में सभी सवारी चित्रकूट से बैठी थी। परिचालक अलीम अहमद ने बताया कि कुल 12 सवारियां थी। तीन सवारी कर्वी से मऊ और अन्य प्रयागराज के लिए बैठी थीं।
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