Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद चित्रकूट में बढ़े कई गुणा श्रद्धालु

    मध्यप्रदेश के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने चित्रकूट में विकास योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने संतों से आशीर्वाद लेकर चित्रकूट के विकास का भरोसा दिलाया। अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई है जिसके कारण विकास कार्यो पर जोर दिया जा रहा है। मंत्री ने मंदाकिनी नदी को स्वच्छ रखने और पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए पौधे लगाने की बात कही।

    By hemraj kashyap Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Tue, 27 May 2025 04:16 PM (IST)
    Hero Image
    रामायणी कुटी में साधु संतों व अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में बोलते मंत्री कैलाश विजयवर्गीय। आयोजक

    जागरण संवाददाता, चित्रकूट। मध्य प्रदेश सरकार के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री व जिला सतना प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने रामायण कुटी में तपोभूमि के साधु-संतों से भेंट की और उन्हें चित्रकूट विकास की समेकित योजनाओं की जानकारी दी।

    उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीरामलला मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद धार्मिक स्थल चित्रकूट में श्रद्धालुओं और तीर्थ यात्रियों का आवागमन कई गुणा बढ़ा है। राज्य सरकार चित्रकूट के समग्र विकास के लिए परियोजना कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने कहा कि चित्रकूट के समग्र विकास में हर व्यक्ति का विकास समाहित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश के सभी धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के स्थलों का विकास किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में महाकाल लोक के बाद भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट और मां शारदा लोक मैहर के विकास की योजना प्राथमिकता से क्रियान्वित की जा रही है।

    चित्रकूट धाम मध्य प्रदेश की पहचान बन गया है। यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य बरकरार रखते हुए विकास के वातावरण में सारी सुविधाओं के विकसित होने पर श्रद्धालुओं के आगमन की संख्या गई गुणा बढेगी।

    कामदगिरि, भगवान कामतानाथ मंदिर, पवित्र सलिला मां मंदाकिनी को स्वच्छ और सदानीरा बनाये रखने और श्रद्धालुओं की सुविधा के कार्य समेकित विकास योजना में लिए गए हैं।

    मंदाकिनी को पवित्र और सदानीरा बनाए रखने ड्रेनेज का पानी नदी में नहीं मिलाकर इसे खेतों में ले जाकर सिंचाई में उपयोग करने की कार्य योजना बनाई जा रही है। देश में पहाड, नदी, जल स्त्रोत, जीव-जंतु सभी पूज्यनीय है। चित्रकूट को हरा-भरा रखने और मां मंदाकिनी को सदानीरा बनाए रखने को पांच लाख पौधे लगाए जाएंगे।

    चित्रकूट आने वाले श्रद्धालुओं और भक्तों में जागरूकता लाने की आवश्यकता है। साधु-संतों के दिए गए ज्ञापन पर आवश्यक कार्यवाही करने का मंत्री आश्वासन देते हुए कहा कि संतों के चेहरे पर मुस्कान कायम रखी जाएगी और उनसे यह अपेक्षा है कि चित्रकूट के सर्वांगीण विकास के कार्यो में यथा संभव सहयोग और आशीर्वाद प्रदान करते रहे।

    नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, विधायक चित्रकूट सुरेन्द्र सिंह गहरवार, महापौर योगेश ताम्रकार, रामायण कुटी के संत रामहदय दास, संतोषी अखाडा के महंत संतोषी महाराज, कामतानाथ मंदिर के मदन गोपालदास, सनकादिक महाराज, रामजी दास महाराज, सीताशरण महाराज, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर, डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन, कलेक्टर सतना डा. सतीश कुमार एस, पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता रहे।

    अहिल्याबाई पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन

    मंत्री विजयवर्गीय व बागरी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती समारोह के अवसर पर महात्मा चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। फाइन आर्ट के छात्र-छात्राओं के बनाए अहिल्याबाई होल्कर के जीवन चरित्र पर आधारित चित्रों की सराहना की।

    कहा कि लोकमता देवी अहिल्याबाई होल्कर का शासन, न्याय और सुशासन का अनूठा उदाहरण है। वह कुशल प्रशासक, बुद्धिमान और रणनीति कार महिला शासक रही है। तत्कालीन समय में सारा देश युद्ध के वातावरण में था लेकिन उन्होंने अपने राज्य में कोई भी युद्ध नहीं होने दिया। दार्शनिक राजा होने के साथ वह कुशल वक्ता भी रही हैं।