दस्यु प्रभावित स्टेशनों पर होगी अतिरिक्त सुरक्षा, ट्रेन गश्ती दलों में इजाफा
रेल मंत्रालय में दस्यु प्रभावित रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त सुरक्षा को लेकर फिर हलचल शुरू हो गई है। ट्रेनों में गश्ती दलों का इजाफा होगा।
चित्रकूट (जेएनएन)। मानिकपुर के पास पनहाई स्टेशन के आउटर पर गंगा-कावेरी एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों को लहूलुहान कर डकैती की घटना से दस्यु प्रभावित रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा का सवाल गर्म हो गया है। ढाई दशक बाद रेल मंत्रालय में दस्यु प्रभावित रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त सुरक्षा को लेकर फिर हलचल शुरू हो गई है। मंत्रालय ने इलाहाबाद मंडल के अफसरों से सुरक्षा प्रस्ताव पर रिपोर्ट मांगी है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर मध्य प्रदेश के सतना से उत्तर प्रदेश के बरगढ़ के बीच में पडऩे वाले एक दर्जन रेलवे स्टेशनों पर जीआरपी व आरपीएफ के अतिरिक्त जवान तैनात होंगे। ट्रेनों में गश्ती दलों का इजाफा होगा।
अतिरिक्त सुरक्षा का खाका खींचा
रविवार को आरपीएफ इलाहाबाद क्षेत्र के एसपी अंबरेश कुमार ने सतना से मानिकपुर-नैनी तक रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त सुरक्षा का खाका खींचा। संसाधनों की कमी पर नजर डाली। स्टाफ की कमी समेत एक-एक बिंदु नोट किया। एसपी ने बताया कि दस्यु प्रभावित इलाके के प्रत्येक रेलवे स्टेशन पर चार एसआइ और पर्याप्त संख्या में आरपीएफ जवान लगाने का प्रस्ताव बनाया है। पनहाई व डभौरा रेलवे स्टेशनों पर पांच-पांच जवान अतिरिक्त हर समय तैनात रहेंगे। कटैइया डांडी, बरगढ़, शंकरगढ़ में भी अलग से सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। प्रस्ताव बनाकर रेल मंत्रालय को भेजा जा चुका है। प्रस्ताव को हरी झंडी मिलते ही नियमित तैनाती कर दी जाएगी। तब तक फिलहाल अलग से फोर्स उपलब्ध कराई जाएगी।
मानिकपुर जीआरपी प्रभारी निलंबित
मानिकपुर जंक्शन पर तैनात जीआरपी प्रभारी हरी शंकर को इलाहाबाद से संबद्ध करने के बाद निलंबित कर दिया गया है। एसपी जीआरपी पीके मिश्रा ने बताया कि ड्यूटी लगाने में खामियां और घटना के वक्त लापरवाही बरतने की बात जांच में सामने आई है। डकैती कांड की जांच में जरूरत पर उनको मानिकपुर बुलाया जाएगा।
अंतरराज्यीय गैंग का हाथ, मिले अहम सुराग
गंगा-कावेरी एक्सप्रेस डकैती कांड का राजफाश जल्द हो सकता है। एसटीएफ, आरपीएफ-जीआरपी, क्राइम ब्रांच व सर्विलांस टीम की जांच में एक अंतरराज्यीय गैंग की संलिप्तता के अहम सुराग हाथ लगे हैं। गैंग के सदस्य मध्य प्रदेश के सतना जिले के मझगवां, जैतवारा और यूपी के चित्रकूट के अंतर्गत मानिकपुर, डभौरा और शंकरगढ़ इलाके के रहने वाले हैं। जांच टीमों का दावा है कि दो दिन पर्दाफाश हो सकता है। एसटीएफ, आरपीएफ-जीआरपी और स्थानीय पुलिस टीमों ने शनिवार पूरी रात फिर मानिकपुर व बरगढ़ इलाकों में छापेमारी कर संदिग्धों को उठाया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
कुछ पुराने शातिर व नए चेहरे शामिल
जांच टीम के एक अफसर ने बताया कि वारदात कुछ पुराने शातिर व नई उम्र के युवक शामिल हैं। गैंग के तकरीबन सभी सदस्य ट्रेस हो चुके हैं। आइजी रेलवे इलाहाबाद बीआर मीणा, एसपी रेलवे झांसी पीके मिश्रा व इलाहाबाद क्षेत्र एसपी अंबरेश कुमार घटनास्थल पर ही कैंप कर रहे हैं। एसपी चित्रकूट मनोज कुमार झा मानिकपुर, मारकुंडी थानों की पुलिस, स्वॉट व सर्विलांस टीम के साथ छापेमारी में लगे हैं।