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    चित्रकूट ट्रेजरी में बड़ा घोटाला: 50 करोड़ का गबन, 95 बैंक खाते सीज

    Updated: Thu, 16 Oct 2025 10:28 AM (IST)

    चित्रकूट के कोषागार विभाग में 50 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। सेवानिवृत्त शिक्षकों के खातों में अतिरिक्त राशि ट्रांसफर की गई, जिसके 100 करोड़ तक होने की आशंका है। दलालों और ट्रेजरी कर्मियों की मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा हुआ। शिकायत मिलने पर मामला उजागर हुआ और 95 संदिग्ध खाते सीज किए गए हैं। जांच जारी है और अब तक 10 करोड़ की गड़बड़ी सामने आई है।

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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, चित्रकूट। जिले के कोषागार विभाग में करोड़ों रुपये का बड़ा घोटाला सामने आया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि करीब 50 करोड़ रुपये की राशि सेवानिवृत्त शिक्षकों के खातों में पेंशन के अलावा अतिरिक्त रूप से ट्रांसफर की गई, जिसे बाद में निकाल लिया गया। आशंका है कि यह राशि 100 करोड़ रुपये से भी अधिक हो सकती है।

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    दलालों और ट्रेजरी कर्मियों की मिलीभगत से सरकारी राशि का गबन, 95 बैंक खाते सीज

     

    विभागीय ऑडिट में पाया गया कि 2023 से अब तक 95 रिटायर्ड शिक्षकों के खातों में नियमित रूप से 5 से 50 लाख रुपये तक की रकम ट्रेजरी से भेजी गई। घोटाले का पर्दाफाश होते ही वरिष्ठ कोषाधिकारी के निर्देश पर सभी संदिग्ध खातों को सीज कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, कोषागार के कुछ कर्मचारियों और दलालों ने मिलकर यह फर्जीवाड़ा अंजाम दिया। दलालों ने अपने परिचितों और रिश्तेदारों के खातों का इस्तेमाल किया और अवैध रूप से ट्रांसफर हुई रकम को निकालकर ट्रेजरी कर्मचारियों के साथ बांट लिया।

    थाने में दी तहरीर


    10 सितंबर को नेवरा थाना मऊ निवासी जगतराम तिवारी की शिकायत से यह मामला सामने आया, जब उन्होंने बताया कि उनके खाते में बिना किसी जानकारी के 45 लाख रुपये ट्रेजरी से ट्रांसफर हुए। इसी तरह, खंडेला निवासी कमला देवी के खाते में भी 31 लाख रुपये आए थे। जो उसके भाई ने निकाली है। जिसकी तहरीर उसने थाने में दी है।

     

    जांच की जा रही है

     

    वरिष्ठ कोषाधिकारी रमेश सिंह ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि यह राशि किस मद में जारी हुई और शिक्षकों को ही क्यों चुना गया। लीड बैंक मैनेजर अनुराग शर्मा ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन बैंक और आर्यावर्त बैंक के 94 खातों की सूची आई है, जिन्हें सीज किया गया है। अब तक लगभग 10 करोड़ रुपये की गड़बड़ी पक्की मानी जा रही है, जो आगे और भी बढ़ सकती है।