पुलिस पर पथराव के मामले में पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल समेत 19 बरी, डेढ़ साल पहले सभी को हुई थी सजा
चित्रकूट में 2009 के एक मामले में जिसमें बसपा शासन के दौरान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हुआ था न्यायालय ने पूर्व सांसद और नगर पालिका अध्यक्ष सहित 19 लोगों को बरी कर दिया है। इन पर हाईवे और रेल मार्ग बाधित करने और पुलिस पर पथराव करने का आरोप था। अपर जिला जज की अदालत ने यह फैसला सुनाया।

जागरण संवाददाता, चित्रकूट। वर्ष 2009 में बसपा शासन काल में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हाईवे व रेल आवागमन बाधित करने और पुलिस पर पथराव करने के मामले में न्यायालय ने नगर पालिकाध्यक्ष, पूर्व सांसद और पूर्व विधायक समेत 19 लोगों को बरी कर दिया है।
जबकि डेढ़ साल पहले इस मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से सजा हुई थी। जिसकी अपील अपर जिला जज की कोर्ट में की गई थी। जिसका फैसला बुधवार को आया है। प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ता अशोक गुप्ता ने बताया कि अपर जिला जज प्रथम अनुराग कुरील ने यह फैसला सुनाया है।
16 सितंबर 2009 को तत्कालीन कर्वी कोतवाली प्रभारी चंद्रधर गौड़ ने सपा प्रदर्शन के दौरान हुए बवाल की रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसमें तत्कालीन सपा सांसद व अब भाजपा पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता सहित 20 लोगों को आरोपित बनाया था।
आरोप था कि सपा नेताओं के साथ रेलवे ट्रैक पर जाम लगाए थे। वहां पर पुलिस के पहुंचने पर सभी सपा नेताओं ने पटेल तिराहे पर आकर झांसी-मीरजापुर हाईवे पर आवागमन बाधित कर दिया था। पुलिस ने हाईवे खाली कराना चाहा था को नेताओं ने गालीगलौज करते हुए पुलिस पर पथराव दिया।
जिसमें कुछ पुलिस कर्मी घायल हुए थे। पुलिस ने पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल, पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल व नपा अध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता आदि के विरुद्ध न्यायालय में धारा 147, 332, 353, 336, 323, 504 आईपीसी व धारा 7 क्रिमनल ला एमेंडमेंट एक्ट और 6 संयुक्त प्रांत विशेष शक्ति अधिनियम के तहत आरोप पत्र दाखिल किया था। मुकदमे के दौरान आरोपित राजबहादुर यादव की मृत्यु हो गई थी।
इनके खिलाफ था आरोप
पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल, सपा पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल, नगर पालिकाध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता, सत्यनारायण पटेल, निर्भय सिंह उर्फ संतू, शक्ति प्रताप सिंह तोमर, भैयालाल यादव, गौरीशंकर मिश्रा, भोलानाथ खंगार, कुबेर पटेल, हरिगोपाल उर्फ बबलू, कमल मौर्य, मनोज सिंह, रामगोपाल केशरवानी, सुनील सिंह, विनय प्रकाश पांडेय, मो. गुलाब खां, राजेंद्र शुक्ला, महेंद्र गुलाटी व मनोज सिंह।
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