27 दिनों में 229 किसानों से 1133.11 टन गेहूं की हुई खरीद
जागरण संवाददाता चंदौली जिला प्रशासन की ओर से भले ही गेहूं खरीद के लिए क्रय केंद्रों का ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, चंदौली : जिला प्रशासन की ओर से भले ही गेहूं खरीद के लिए क्रय केंद्रों का संचालन किया जा रहा, लेकिन केंद्रों पर अन्नदाताओं की उपस्थिति नगण्य बनी हुई है। कारण बिचौलिए किसानों से सरकारी रेट से ज्यादा दाम पर उनकी उपज खरीद रहे हैं। हालांकि 52 क्रय केंद्रों पर 20 अप्रैल तक 21 किसानों से 135.80 टन के सापेक्ष एक सप्ताह में 229 किसानों से 1133.11 टन गेहूं की खरीद हो गई है। वर्ष 2021 में 28 अप्रैल तक 1429 किसानों से 7891.26 टन गेहूं की खरीद की गई थी।
कृषि प्रधान जनपद में रबी के चालू सीजन में शासन ने एक अप्रैल से गेहूं की खरीद का कार्य आरंभ कराया है। गेहूं का विक्रय मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है। वर्तमान में 52 क्रय केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। 14599 किसानों ने अपना पंजीकरण कराया है। इसमें 10827 किसानों का सत्यापन हो गया है। वर्ष 2022-23 में जनपद का क्रय लक्ष्य 8300 टन व उत्पादकता 36.43 क्विटल प्रति हेक्टेयर निर्धारित की गई है, लेकिन विडंबना कि एक सप्ताह पूर्व तक कहीं बोरे का अभाव तो कहीं तौल मशीन की अनुपलब्धता के कारण खरीद कार्य में तेजी नहीं आ पा रही थी, वहीं गेहूं की कटाई का कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाया था। फिलहाल प्रशासन की ओर से बोरे की कमी तो दूर कर दी गई है, लेकिन किसानों को उनकी उपज का बाजार में अधिक रेट मिल रहा है। बिचौलिए उन्हें अधिक दाम देकर गेहूं की खरीद कर ले रहे हैं। बताया जा रहा कि बिचौलिए उपज डंप कर रहे हैं ताकि आने वाले दिनों में दाम बढ़ने पर मुनाफा कमाया जा सके। इससे किसानों का क्रय केंद्रों पर रुझान कम हो गया है। किसान मनोहर, विरेंद्र, अशोक आदि ने कहा कि क्रय केंद्रों पर नंबर लगाने पर तत्काल गेहूं की खरीद नहीं हो पा रही है। ऐसे में वे उपज को गांव में ही बिक्री कर दे रहे हैं।
--------------------
क्रय केंद्रों पर छाया व पेयजल का अभाव
जिला प्रशासन की ओर से भले ही क्रय केंद्रों छाया व पेयजल के साथ किसानों के बैठने के लिए व्यवस्था करने का निर्देश दिया है, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा। किसानों को बैठना तो दूर शुद्ध पेयजल भी मुहैया नहीं हो पा रहा है।
----------------
सैयदराजा प्रतिनिधि के अनुसार गेहूं खरीद के लिए क्षेत्र में परेवां, प्रीतमपुर, जेवरियाबाद समेत दस केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए नाम मात्र ही किसान पहुंच रहे हैं। खरीद शुरू हुए एक माह पूर्ण होने को है। बीते वर्ष इस समय तक क्रय केंद्रों पर गेहूं रखने की जगह नहीं बचती थी, लेकिन इस बार बाजार भाव 1950 रुपये तक है। कहीं-कहीं तो इससे अधिक में भी किसान दरवाजे पर ही आढ़तियों को अपनी उपज बेच रहे हैं। कर्मचारियों का पूरा दिन किसानों के इंतजार में बीत रहा है।
---------------------
वर्जन-
गेहूं खरीद में तेजी आई है। केंद्रों पर सभी व्यवस्था मुक्कमल की गई है। 52 क्रय केंद्रों पर खरीद का कार्य किया जा रहा है।
अनूप श्रीवास्तव, जिला विपणन अधिकारी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।