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    सिसकी से सशक्तिकरण नाटिका का मंचन देख दर्शक भाव विभोर

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 16 Dec 2018 08:15 PM (IST)

    सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल बनारस में वर्कशॉप सृजन 201

    सिसकी से सशक्तिकरण नाटिका का मंचन देख दर्शक भाव विभोर

    जासं, पड़ाव (चंदौली) : जयपुरिया स्कूल में रविवार को वार्षिकोत्सव कार्यक्रम सृजन 2018 का आयोजन किया गया। इसमें सिसकी से सशक्तिकरण नृत्य नाटिका का भाव पूर्ण मंचन देख श्रोता भाव विभोर हो गए। संस्कृत संध्या का शुभारंभ विद्यालय के बच्चों द्वारा किए गए वैदिक मंत्र उच्चारण पर आदिति वृंद द्वारा किया गया। बच्चों ने शिव वंदना नृत्य के साथ वाद्य यंत्रों की धुन पर हे शिव शंकर आ जाओ प्रभु आंगन में के बोल पर विष्णु स्तुति कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बिहार के एक गांव के ²श्य द्वारा पटकथा का आरंभ हुआ। एक के बाद एक ऐतिहासिक आंतरिक शक्तियों को छात्र छात्राओं द्वारा मंच पर मंचित किया गया।

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    इसमें अंग्रेजों द्वारा दिए गए 180 साल की पीड़ा, हम भारतीयों के अदभ्य जीजिविषा और अस्तित्व के पहचान की संघर्षपूर्ण यात्रा का सुंदर मंचन किया गया। नाटिका के माध्यम से छठ पूजा, होली नृत्य, बर्थडे, आदिवासी नृत्य, कव्वाली, एजुकेशन डांस आदि के विहंगम ²श्य ने दर्शकों को पूरे समय बांधे रखा। पूरा कार्यक्रम अप्रवासी भारतीयों पर केंद्रित था। अंग्रेजों के समय में भारतीयों को विदेश से ले जाकर बंधुआ मजदूरों की तरह कार्य करवाया जाता था। जिसे गिरमिटिया संस्कृति कहा जाता था। गांधी जी, मालवीय के आंदोलन के पश्चात 1920 में इस प्रथा को बंद किया गया। कुछ भारतीय वापस आए तो कुछ वहीं बस कर निरंतर विदेशों में काम किया। आज वही प्रवासी भारतीय विश्व पटल पर अपना परचम लहरा रहे हैं। भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए विशिष्ट शिक्षकों एवं छात्रों को पुरस्कृत किया गया।

    इस दौरान अभिनेता मुकेश खन्ना ने कहा जयपुरिया स्कूल की कार्यप्रणाली उपलब्ध आधारभूत सुविधाएं बेहतर हैं। इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा। बाल मन में उठे अनेक प्रश्नों का उन्होंने उत्तर दिया। विद्यालय के अध्यक्ष दीपक बजाज ने कहा महत्वाकांक्षी व्यक्ति की प्रेरणा बालमन को सदैव प्रभावित करती है। महत्वाकांक्षी व्यक्ति से समय-समय पर उनके बेहतर भविष्य निर्माण को मिलवाया जाता है। विद्यालय के प्रबंधक निदेशक मनोज बजाज ने कहा प्रत्येक बच्चे का सर्वांगीण विकास होना अनिवार्य है। वार्षिकोत्सव में लगभग 700 बच्चे ने भाग लिया। निदेशक श्याम सुंदर बजाज ने जयपुरिया स्कूल के 4 साल के सफर की जानकारी दी। इस अवसर पर डा. बीएम शुक्ला, अन्नपूर्णा शुक्ला, सुनील सचदेवा, अनिल जाजोदिया, अनिल ¨सह, विद्यालय के प्रधानाचार्य आशीष सक्सेना, प्रियंका मुखर्जी एवं समस्त शिक्षक व अभिभावक उपस्थित थे।