UP Road Construction: कहने को तो बन रही 500 करोड़ की सड़क, मगर ये बन गई मुसीबत; किसान भी हुए परेशान
चंदौली-सैदपुर फोरलेन सड़क निर्माण के दौरान सकलडीहा रजवाहा पर पुलिया निर्माण से किसानों को सिंचाई में दिक्कत हो रही है। पुलिया की चौड़ाई कम होने से पानी का बहाव धीमा हो गया है जिससे टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा। किसानों ने नहरों की सफाई और पानी की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है ताकि सिंचाई कार्य सुचारू रूप से चल सके।

जागरण संवाददाता, सकलडीहा (चंदौली)। चंदौली-सैदपुर फोरलेन सड़क का निर्माण 500 करोड की लागत से हो रहा है। कार्य बीते 30 जून को ही पूरा होना था, लेकिन अभी चल रहा है। इन सबके बीच किसानों की फजीहत हो रही है।
दरअसल कार्यदायी संस्था द्वारा जगह-जगह पुलिया तोड़कर बनाया जा रहा है। सकलडीहा रजवाहे पर भी पुलिया का निर्माण किया जा रहा है। किसानों का आरोप है कि पुलिया की चौड़ाई कर कर दिये जाने से पानी का बहाव धीमा हो गया है और टेल तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। पुलिया निर्माण कार्य धीमी गति से होने से लगने वाले जाम से आवागमन में समस्या भी हो रही है।
विकास को गति देने के लिए सरकार कार्य कर रही है। लेकिन विभागीय अकर्मण्यता सकारात्मक प्रयास को भी कभी-कभी इतना लंबा खींच देती है कि वह कई मुसीबतों का कारण बन जाता है। चंदौली से सैदपुर मार्ग के चौड़ीकरण से निश्चित रूप से विकास को गति मिलेगी। लेकिन मार्ग में पड़ने वाले रजवाहों व माइनरों पर निर्माणाधीन पुलिया किसानों के लिए अभिशाप बन रही है।
सकलडीहा रजवाहे से संबद्ध 20 गांवों में सिंचाई की समस्या ने किसानों की माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है। किसानों का आरोप है कि कार्यदायी संस्था द्वारा मुख्य मार्ग पर बनी पुलिया की चौड़ाई व ऊंचाई संकरा कर दिए जाने के कारण पानी की निकासी समुचित ढंग से नहीं हो पा रही है।
सकलडीहा रजवाहा की पुलिया के निर्माण में विलंब होने के कारण पुलिया में लगे सपोर्ट से पानी रुक जा रहा है। निर्माणधीन पुलिया के समीप सफाई के अभाव में एकत्रित कूड़ा और मुसीबत बढ़ा रहा है। वर्षों से सफाई के अभाव में रजवाहे में पानी का प्रवाह कम होने से टेल तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है।
किसान अभय यादव रिंकू, अरविंद राजभर, सिंटू यादव, मुन्नी लाल यादव व निर्मल यादव ने कहा कि कार्यदायी संस्था की लापरवाही के कारण सकलडीहा रजवाहा से जाने वाला पानी टेल तक नहीं पहुंच पाने के कारण सिंचाई कार्य बाधित हो रहा है। बहरहाल किसानों ने पूरी क्षमता से पानी छोड़े जाने व नहरों की सिल्ट की सफाई की मांग की है।
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