सौर ऊर्जा की दूधिया रोशनी से नहाएगा पीडीडीयू जंक्शन
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन जल्द ही सौर ऊर्जा से संचालित एलईडी बल्बों की दुधिया रोशनी से जगमगाता नजर आएगा। ऊर्जा संरक्षण की दिशा में उठाए गए कदम को रेलवे धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू कर चुका है।
विवेक दुबे
पीडीडीयू नगर, (चंदौली) : पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन जल्द ही सौर ऊर्जा से संचालित एलईडी बल्बों की दूधिया रोशनी से जगमगाएगा। ऊर्जा संरक्षण की दिशा में उठाए गए कदम को रेलवे धरातल पर उतारने की तैयारी कर चुका है। जंक्शन सहित सर्कुले¨टग एरिया के सभी शेडों पर सौर ऊर्जा संयत्र लगाने की योजना तैयार है। 1.5 मेगावाट क्षमता युक्त सोलर सिस्टम स्थापित करने के लिए डीआरएम स्तर से तैयार प्रस्ताव शीघ्र ही रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा।
यात्री सुविधाओं को लेकर फिक्रमंद रहने वाला रेल महकमा अबकी ऊर्जा संरक्षण के जरिए सरकार का सहयोग करेगा। रेलवे पूरे जंक्शन की बिजली व्यवस्था सौर ऊर्जा आधारित करने की रणनीति बना रही है। कितनी ऊर्जा खपत होगी इसका भी आंकलन कर लिया गया है। सभी शेडों पर सोलर प्लेट लगाए जाएंगे। प्लेटफार्मों पर प्रकाश की व्यवस्था सहित कार्यालयों को संचालित करने में लगभग 1.5 मेगावाट ऊर्जा की खपत होगी। लोको शेड, डीजल शेड और टीआरडी शेड पर सोलर प्लेट लगाकर जंक्शन के कोने-कोने तक सौर ऊर्जा का करेंट दौड़ाने का खाका तैयार कर लिया गया है। सोलर सिस्टम से पर्यावरण संरक्षण भी जंक्शन पर सोलर सिस्टम स्थापित करने का रेलवे का कदम पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है। केंद्र सरकार ग्रीन एनर्जी योजना को बढ़ावा दे रही है। रेलवे की पहल इसी दिशा में उठाया गया यह एक कदम है। इससे न सिर्फ बिजली की भारी बचत होगी बल्कि पर्यावरण भी सुरक्षित करेगा। हालांकि इस योजना को मूर्त रूप देने में भारी भरकम खर्च भी आएगा लेकिन आने वाले समय में इसका काफी लाभ रेलवे को मिलेगा।
'जंक्शन पर सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित करने की कार्य योजना तैयार कर ली गई है। आने वाले दिनों में पीडीडीयू जंक्शन की व्यवस्था सौर ऊर्जा आधारित होगी। सौर ऊर्जा संयत्र लगाने का काम सरकारी फर्म से ही कराया जाएगा। तैयार प्रस्ताव शीघ्र ही बोर्ड को भेजा जाएगा।
पंकज सक्सेना, मंडल रेल प्रबंधक