ई-गोपाला एप से अब पशुरोगों व इलाज की मिलेगी जानकारी
जागरण संवाददाता वनगावां (चंदौली) पशुपालन के लिए शासन तरह-तरह का जतन कर रहा है। इसे
जागरण संवाददाता, वनगावां (चंदौली) : पशुपालन के लिए शासन तरह-तरह का जतन कर रहा है। इसे कृषि से जोड़कर अन्नदाताओं की आय दोगुनी करने की सरकार ने तैयारी की है। अब दुग्ध उत्पादन के साथ पशुओं में होने वाले रोगों के प्रति पशुपालकों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने ई-गोपाला एप लांच किया है। मकसद, अन्नदाताओं व पशुपालकों को टीके, रोग व उपचार आदि की जानकारी इसके जरिये देकर पशुओं की सेहत स्वस्थ रखी जाएगी। इसके अलावा व्यापक नस्ल सुधार की सूचना एप पर अपलोड होने से दूध की धारा बहेगी।
जिले में 6.62 लाख मवेशियों का मौजूदा समय में पालन किया जा रहा। सरकार अन्नदाताओं की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। 2022 तक अन्नदाताओं की आय दोगुनी करने का लक्ष्य है। इसको लेकर नए कार्यक्रम सुधार किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार व पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने संयुक्त रूप से अन्नदाताओं की आय बढ़ाने के साथ उनकी सेहत सुधारने के लिए ई-गोपाला एप लांच किया है। एप के माध्यम से अन्नदाता अथवा पशुपालक घर बैठे ही अच्छी नस्ल के पशुओं की खरीद- बिक्री कर सकेंगे। इससे जहां दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा, वहीं जागरूकता के अभाव में पशुओं में होने वाली बीमारियों से बचाया जा सकेगा। एप से व्यापक नस्ल सुधार व बाजार की जानकारी मिलने से पशुपालन में सहूलियत होगी। अच्छी नस्ल के पशुओं का पालन कर अन्नदाता व पशुपालक अपनी आमदनी बढ़ा सकेंगे। पशुपालन एवं डेयरी विभाग इस एप का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएगा। पशुपालक अपने एंड्रायड मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर से इसे डाउनलोड कर सकते हैं। एप से मिलने वाली सुविधाएं
ई-गोपाला एप को डाउनलोड करने के बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से अपना रजिस्ट्रेशन करने पर पोर्टल पर छह विकल्प पशु पोषण, आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति, मेरा पशु- मेरा आधार, अलर्ट आयोजन एवं पशु बाजार नामक सुविधा उपलब्ध होगी। यहां पशु पोषण के तहत उनके आहार संबंधी समस्त जानकारियां मिलेंगी। आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज की मिलेगी जानकारी
एप पर पशुओं के आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के माध्यम से रोग व उपचार की जानकारी मिलेगी। अलर्ट विकल्प से टीकाकरण संबंधी सभी सुविधाएं मिलेंगी। नजदीक टीकाकरण कैंप व ट्रेनिग सेंटर के बारे में सूचनाएं मिलेंगी। इसमें कृत्रिम गर्भाधान की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी। वर्जन.
पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रहीं हैं। ई-गोपाला एप पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगा। इससे पशु रोग मुक्त रहेंगे। पशुधन को बढ़ावा के साथ दुग्ध उत्पादन भी बढ़ जाएगा।
- डाक्टर एसपी पांडेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी।
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