चंदौली: नौगढ़ के जंगल में दो अजगरों की रहस्यमय मौत!
चंदौली के नौगढ़ वन क्षेत्र में दो अजगर रहस्यमय तरीके से मृत पाए गए, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। वन विभाग ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।

दोनों अजगरों का एक स्थान पर मिलना संदेह को और गहरा कर रहा है।
जागरण संवाददाता, नौगढ़ (चंदौली)। विकास क्षेत्र के अंतर्गत जयमोंहनी रेंज के मरवटिया–सलैया ताल बंधी क्षेत्र में नर और मादा अजगर के दो शव मिलने से जंगल में सनसनी फैल गई। अचानक हुई इस घटना ने वन्यजीव संरक्षण व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसी बीच रेंजर अमित श्रीवास्तव की त्वरित और सख्त कार्रवाई ने वन विभाग की सक्रियता को और मजबूत संदेश दिया है।
सूचना मिलते ही रेंजर एक्शन में, टीम गठित कर शव कब्जे में
मामले की जानकारी मोबाइल पर मिलते ही रेंजर अमित श्रीवास्तव ने समय गंवाए बिना अपनी टीम गठित की। मौके पर पहुँचे स्टाफ ने दोनों अजगरों के शवों को कब्जे में लेकर सुरक्षित संरक्षण में लिया। रेंजर की इस त्वरित कार्यवाही से ग्रामीणों में यह साफ संदेश गया कि जंगल के अपराधियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा।
शवों को पशु चिकित्सालय नौगढ़ ले जाया गया, जहाँ चिकित्साधिकारी डॉ. कमलेश सिंह द्वारा पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू की गई। प्रारम्भिक जानकारी में मौत का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन दोनों अजगरों का एक स्थान पर मिलना संदेह को और गहरा कर रहा है।
रेंजर अमित श्रीवास्तव की चेतावनी, “जंगल के अपराधी जेल जाएंगे”
रेंजर श्रीवास्तव ने कहा कि “जंगल में शिकार करने वालों के लिए कोई ढिलाई नहीं। ऐसे अपराधी एक–दो साल जेल भेजे जाएंगे। वन्यजीवों की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” रेंजर की कड़ा रुख यह दर्शाता है कि नौगढ़ रेंज में वन्यजीवों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
ग्रामीणों के संदेह, शायद किसानों ने मारा हो अजगर
स्थानीय ग्रामीणों का अनुमान है कि पगडंडी और खेत के आसपास अक्सर अजगर दिखाई देते हैं, जिससे फसल या पालतू जानवरों को नुकसान का डर रहता है। संभव है कि कुछ किसानों ने इसी भय में दोनों अजगरों को मारकर फेंक दिया हो। हालाँकि, विभागीय अधिकारी साफ कर चुके हैं कि इसकी पुष्टि केवल पोस्टमार्टम और जाँच रिपोर्ट से ही होगी।
डीएफओ की सख्त चेतावनी, वन्यजीव अधिनियम में होगी कड़ी कार्रवाई
काशी वन्यजीव प्रभाग, रामनगर के डीएफओ बी. शिव शंकर ने कहा कि सूचना मिलते ही पूरी टीम सक्रिय हो गई। उन्होंने कहा क
“शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। यदि जांच में यह पाया जाता है कि अजगरों को जानबूझकर मारा गया है तो संबंधित लोगों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।