बिहार में जमीन कारोबारी व रिटायर्ड फौजी की गोली मारकर हत्या, चंदौली में परिवार में मचा कोहराम
बिहार के रोहतास में जमीन कारोबारी राजेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह चंदौली के नेकनामपुर गांव के निवासी थे। घटना चेनारी थाना क्षेत्र में हुई, ...और पढ़ें

राजेश यादव की हत्या की खबर सुनते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया।
जागरण संवाददाता, धानापुर (चंदौली)। बिहार के रोहतास जनपद के चेनारी थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह अज्ञात बदमाशों ने धानापुर थाना क्षेत्र के नेकनामपुर गांव निवासी जमीन कारोबारी एवं सेवानिवृत्त फौजी राजेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। गंभीर हालत में उन्हें चंदौली जिला अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजेश यादव फौजी लंबे समय से बिहार के चेनारी क्षेत्र में जमीन के कारोबार से जुड़े हुए थे। मंगलवार सुबह अज्ञात लोगों ने उन पर गोली चलाई, जिससे वह मौके पर ही गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने उन्हें चंदौली जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
राजेश यादव की हत्या की खबर सुनते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। स्वजन रोते-बिलखते जिला अस्पताल पहुंचे। घटना की सूचना मिलते ही बिहार पुलिस के साथ-साथ चंदौली सदर कोतवाली पुलिस भी जिला अस्पताल पहुंच गई और मामले की जांच में जुट गई।
ग्रामीणों के अनुसार, राजेश यादव फौजी सेना से सेवानिवृत्त थे और उनका गांव आना-जाना लगा रहता था। बताया गया कि वह तीन-चार दिन पहले ही गांव से बिहार गए थे। उनके परिवार में पत्नी, तीन बेटियां और एक पुत्र है, जो दिल्ली में नौकरी करता है। घटना के बाद नेकनामपुर गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि राजेश यादव का व्यक्तित्व बहुत ही मिलनसार था और वह हमेशा गांव के विकास के लिए तत्पर रहते थे। उनकी हत्या ने गांव में भय का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और अज्ञात बदमाशों की पहचान के लिए छापेमारी की जा रही है। इस घटना ने न केवल राजेश यादव के परिवार को बल्कि पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है।
राजेश यादव की हत्या से संबंधित मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है।
इस प्रकार की घटनाएं समाज में असुरक्षा की भावना को जन्म देती हैं और प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ा देती हैं। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले को कितनी जल्दी सुलझा पाती है और दोषियों को सजा दिलाने में सफल होती है।

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