क्षत्रियों में एकता का अभाव देश के लिए गंभीर समस्या
क्षत्रियों में एकता का अभाव देश के लिए गंभीर समस्या बना हुआ है। क्षत्रियों पर सनातन संस्कृति की रक्षा का दायित्व है। क्षत्रिय समाज को एकजुट करने की जरूरत है। इसके बाद देश की एकता अखंडता व सनातन परंपरा को कोई चुनौती नहीं दे सकता।
जासं, चंदौली : क्षत्रियों में एकता का अभाव देश के लिए गंभीर समस्या है। क्षत्रियों पर सनातन संस्कृति की रक्षा का दायित्व है। क्षत्रिय समाज को एकजुट करने की जरूरत है। इसके बाद देश की एकता, अखंडता व सनातन परंपरा को कोई चुनौती नहीं दे सकता। उक्त बातें शनिवार को मुख्यालय के मठ वाली गली स्थित कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान क्षत्रिय धर्म संसद संचालन समिति के अध्यक्ष संजय सिंह गौतम ने कही।
उन्होंने कहा, देश के गंभीर मुद्दों पर मंथन के लिए 25 दिसंबर को काशी में धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश के विभिन्न प्रांतों से कुल 2000 लोग भाग लेंगे। इसमें 500 महिलाएं हैं। धर्म संसद में जातीय मुद्दों से इतर देश के गंभीर मुद्दों पर विचार किया जाएगा। साथ ही इसका हल भी ढूंढा जाएगा। बोले, धर्म संसद में कई वरिष्ठ आइएएस व सात राज्यों के डीजीपी शिरकत करेंगे। इसमें नशाखोरी समेत अन्य विषयों पर विचार किया जाएगा। साथ ही वक्ताओं के विचार लिए जाएंगे। कहा धर्म संसद में भाग लेने के लिए गुजरात से एक विशेष ट्रेन से लोगों का समूह आएगा। गुजरात राजपूत युवा संघ इसमें विशेष योगदान दे रहा। अहमदाबाद के महाधिवक्ता राजेंद्र सिंह, पूर्व जिला उपाध्यक्ष शशिशंकर सिंह, शिवराज सिंह व अन्य मौजूद थे।
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