डीएफसीसी के तैयार 123 किमी लंबे ट्रैक पर दौड़ेगी मालगाड़ी
पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के गंजख्वाजा से चिरैल
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के गंजख्वाजा से चिरैला पाथूर तक बनी डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर कारपोरेशन (डीएफसीसी) की ट्रैक पर जल्द ही मालगाड़ी फर्राटा भरती नजर आएगी। 123 किलोमीटर ट्रैक का परीक्षण मार्च माह के अंतिम सप्ताह में होगा। ट्रैक पर डबल इंजन से लैस 60 बोगी वाली मालगाड़ी का परिचालन होगा। इससे माल ढुलाई बढ़ेगी। साथ ही रेलवे के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। वहीं रेलमार्ग से जुड़े व्यापारियों को लाभ मिलेगा। मालगाड़ी के लिए नई लाइन बनने के बाद यात्री ट्रेनों में आने वाली बाधा दूर हो जाएगी। समय से ट्रेनों का परिचालन होगा। मालगाड़ियों के परिचालन में आने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए डीएफसीसी एक अलग लाइन बना रही है। मालगाड़ियों के ठहराव के लिए अलग से स्टेशन भी बनाए जा रहे हैं। कोरोना काल में ही माल ढुलाई को बढ़ावा देने की दिशा में रेलवे ने कदम बढ़ाया था। सड़क मार्ग से सामानों को एक जगह से दूसरे जगह बेचने वाले व्यापारियों को रेलमार्ग से तेजी से जोड़ा जा रहा है। व्यापारियों को कई तरह की छूट भी दी जा रही है। सामानों को ट्रांसपोर्ट करने वाले रेलवे से जुड़ भी रहे हैं। अब मंडल के गंजख्वाजा से चिरैला पाथूर तक डीएफसीसी की डाउन लाइन बनकर तैयार हो गई है, जल्द इस पर मालगाड़ियां चलेंगी।
टावर वैगन, लाइट इंजन व फिर मालगाड़ी का परीक्षण :
डीएफसीसी सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रख रही है ताकि मालगाड़ियों के परिचालन में किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो। गंजख्वाजा से चिरैला पाथूर तब बनी डीएफसीसी की डाउन लाइन का परीक्षण किया जाएगा। पहले चरण में टावर वैगन, दूसरे में लाइट इंजन, फिर इसके बाद मालगाड़ियों का परीक्षण होगा। सबकुछ ठीक मिलने के बाद मालगाड़ियां चलेंगी। वर्जन..
डीएफसीसी की डाउन लाइन चिरैला पाथूर से गंजख्वाजा तक रेल ट्रैक बनकर तैयार हो गया है। मार्च माह के अंतिम तक मालगाड़ी का परीक्षण किया जाएगा। जल्द ही मालगाड़ियों का परिचालन होगा।
अजीत मिश्रा, महाप्रबंधक समन्वय, पूर्वी कोरिडोर, डीएफसीसी