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लोक गायन बिरहा में डा. मन्नू को मिलेगा अकादमी पुरस्कार

प्रदेश सरकार के संगीत नाटक अकादमी की ओर से दिए जाने पुरस्कार की हाल ही में हुई घोषणा में जनपद में लोक गायन शैली बिरहा की अलख जगाने वाले डा. मन्नू यादव भी शामिल हैं। इनके चयन से बिरहा जगत के कलाकर अपने को गर्वान्वित महसूस कर रहे हैं। मन्नू मुगलसराय तहसील के कटरिया में बिरहा की लुप्त हो रही परंपरा को जीवंत करने को युवाओं को प्रशिक्षण देते हैं। सरकार की ओर से इन्हें दस हजार रुपये प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह देकर सम्मानित किया जाएगा। बकौल मन्नू भारतीय संस्कृति के विविध आयामों में लोक गायन शैली बिरहा का विशिष्ट स्थान है। चाहे वह 1

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Sep 2019 06:11 PM (IST)Updated: Sun, 01 Sep 2019 06:11 PM (IST)
लोक गायन बिरहा में डा. मन्नू को मिलेगा अकादमी पुरस्कार

जासं, चंदौली : प्रदेश सरकार के संगीत नाटक अकादमी की ओर से दिए जाने वाले पुरस्कार की हाल ही में हुई घोषणा में जनपद में लोक गायन शैली बिरहा की अलख जगाने वाले डा. मन्नू यादव भी शामिल हैं। इनके चयन से बिरहा जगत के कलाकर अपने को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। मन्नू मुगलसराय तहसील के कटरिया में बिरहा की लुप्त हो रही परंपरा को जीवंत करने को युवाओं को प्रशिक्षण देते हैं। सरकार की ओर से इन्हें दस हजार रुपये, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह देकर सम्मानित किया जाएगा।

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बकौल मन्नू भारतीय संस्कृति के विविध आयामों में लोक गायन शैली बिरहा का विशिष्ट स्थान है। चाहे वह 1857 की उग्र क्रांति हो या अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन का नारा या पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी का एक निशान, एक विधान की जीवित परिकल्पना में देश के विभिन्न फलकों को छूने की ललक हो उसमें बिरहा के लेखकों, गायकों का विशिष्ट स्थान रहा है। हालांकि वर्तमान परिवेश में गंवई माटी की खुशबु बिखेरने वाले लोक गायन शैली बिरहा में अश्लीलता के पुट से गुणवत्ता पर असर पड़ा है। कहा श्रीकृष्ण की बांसुरी से स्फुटित राग का रूपांतरित स्वरूप बिरहा है। जिसे देश भर में विभिन्न शैली में गाया जाता है। पेशे से शिक्षक मन्नू मारीशस, भूटान में भी बिरहा की लोक परंपरा का प्रदर्शन कर चुके हैं। उनकी पुस्तक बिरहा दर्शन देश, विदेश के लोक कला प्रेमियों के लिए एक दस्तावेज है।

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डा. मन्नू के खाते में सम्मान

लोक गायक डा. मन्नू को संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली की ओर से वर्ष 2007 में उस्ताद बिस्मिल्लाह खान राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। वे 2010 में संपूर्ण उत्तर प्रदेश के लोक संगीत प्रतिस्पर्धा में बिरहा को प्रथम स्थान दिलाने वाले इकलौते गायक रहे हैं।


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