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    चंदौली में फायर ब्रिगेड का कांस्टेबल रिश्वत लेते रंगेहाथ हुआ गिरफ्तार

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Fri, 17 Oct 2025 12:11 PM (IST)

    वाराणसी सतर्कता टीम ने चंदौली में अग्निशमन कार्यालय के कांस्टेबल राज कमल को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। आरोप है कि एनओसी जारी करने के नाम पर अवैध उगाही हो रही थी। आवेदकों की शिकायत पर हुई छापेमारी में कांस्टेबल रंगेहाथ पकड़ा गया। नागरिकों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है और सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता की उम्मीद जताई है। यह घटना सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार को उजागर करती है।

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    कार्यालय में तैनात कांस्टेबल राज कमल को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।

    जागरण संवाददाता, चंदौली। वाराणसी स्थित सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने शुक्रवार को पंडित दीनदयाल नगर में अग्निशमन अधिकारी के कार्यालय में तैनात कांस्टेबल राज कमल को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।

    यह मामला तब सामने आया जब अग्नि शमन सेवा चंदौली के मुख्य अग्नि शमन अधिकारी द्वारा अस्पतालों, स्कूल-कालेजों और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए अग्नि शमन सुरक्षा एवं अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) जारी करने के नाम पर अवैध धन उगाही की जा रही थी।

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    आवेदकों की शिकायत के आधार पर सतर्कता अधिष्ठान ने अग्नि शमन अधिकारी के कार्यालय में छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान कांस्टेबल राज कमल को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। बताया जा रहा है कि राज कमल ने आवेदकों से एनओसी जारी करने के लिए पैसे की मांग की थी। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार किस हद तक बढ़ चुका है।

    सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए कांस्टेबल को गिरफ्तार किया और आगे की जांच के लिए उसे संबंधित अधिकारियों के हवाले कर दिया। इस गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

    स्थानीय नागरिकों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है और कहा है कि इस तरह की कार्रवाई से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए और जनता के प्रति ईमानदार रहना चाहिए।

    इस घटना ने यह भी उजागर किया है कि सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही की आवश्यकता है। नागरिकों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए और किसी भी प्रकार की अनियमितता के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।

    भ्रष्टाचार के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई से यह उम्मीद की जा रही है कि अन्य सरकारी विभागों में भी ऐसे ही कदम उठाए जाएंगे। इससे न केवल सरकारी सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि आम जनता का विश्वास भी बढ़ेगा। इस गिरफ्तारी के बाद अब यह देखना होगा कि क्या संबंधित विभाग इस मामले में और सख्त कदम उठाएंगे या नहीं।