स्कूलों में पानी को नहीं भटकेंगे बच्चे, लगेंगे सबमर्सिबल पंप व पानी टंकी
परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं होगा। शासन ने सभी स्कूलों में सबमर्सिबल पंप और पेयजल पानी टंकी लगाने का निर्देश दिया है। पानी टंकी को पंप से जोड़ा जाएगा। ताकि विद्यालय में पेयजल की उपलब्धता बनी रहे।
जागरण संवाददाता, चंदौली : परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं होगा। शासन ने सभी स्कूलों में सबमर्सिबल पंप और पेयजल पानी टंकी लगाने का निर्देश दिया है। पानी टंकी को पंप से जोड़ा जाएगा। ताकि विद्यालय में पेयजल की उपलब्धता बनी रहे। हालांकि जिन विद्यालयों तक गांव की पानी टंकी से पेयजल की आपूर्ति होती है, वहां यह व्यवस्था लागू नहीं होगी। जिले के शेष स्कूलों में इसकी व्यवस्था कराना अनिवार्य होगा। शासन के फरमान के बाद शिक्षा विभाग अलर्ट हो गया है। आपरेशन कायाकल्प के जरिए स्कूल परिसर में बोरिग, पंप और पानी टंकी लगवाने की व्यवस्था की जा रही है। ताकि बच्चों को शुद्ध पेयजल मिलता रहे। जिले में 1150 परिषदीय स्कूल हैं। विद्यालयों में पेयजल के लिए हैंडपंप लगवाए गए हैं, लेकिन गर्मी के दिन में हैंडपंप जवाब देने लगते हैं। इससे पेयजल की किल्लत हो जाती है। वहीं बच्चों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है। इसे गंभीरता से लेते हुए शासन ने सभी विद्यालयों में सबमर्सिबल पंप और पानी टंकी लगवाने का निर्देश दिया है। सभी विद्यालयों में गहरी बोरिग कराई जाएगी। इसमें सबमर्सिबल पंप लगाए जाएंगे। वहीं पानी टंकी लगाई जाएगी। सबमर्सिबल से पानी टंकी को जोड़ा जाएगा। ताकि पानी की उपलब्धता हमेशा बनी रहे। यह काम आपरेशन कायाकल्प के जरिए कराया जाएगा। शासन का निर्देश प्राप्त होने के बाद शिक्षा विभाग ने पंचायती राज विभाग को पत्र भेजकर सूचित किया है। ऐसे विद्यालय चिह्नित किए जाएंगे, जहां पेयजल के लिए सिर्फ हैंडपंप की व्यवस्था की गई है। जिन स्कूलों में पानी टंकी के जरिए पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था है, वहां पूर्ववत सुविधा जारी रहेगी। हालांकि जिन स्कूलों में ऐसी व्यवस्था नहीं है, वहां बोरिग कराकर सबमर्सिबल पंप और पानी टंकी लगाई जाएगी।
' स्कूलों में सबमर्सिबल पंप और पानी टंकी लगाई जाएगी। ताकि बच्चों को गर्मी में पानी की किल्लत का सामना न करना पड़े। इसको लेकर शासन से निर्देश प्राप्त हुए हैं। संबंधित विभागों को सूचित करने के साथ ही बीईओ को निर्देशित किया गया है।
भोलेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए
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