चंदौली में दो पुलिसकर्मी भाइयों पर पशु तस्करी का आरोप, गो-तस्करी वसूली कांड में सिपाही गिरफ्तार
चंदौली में गो-तस्करी वसूली कांड में फंसे सिपाही धर्मेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के दौरान उसने थाने से भागने की कोशिश की और सिपाही से बदसलूकी की। उस पर पशु तस्करी में शामिल होने का आरोप है। जांच में आरोप सही पाए जाने पर उसे गिरफ्तार किया गया है।

जागरण संवाददाता, चंदौली। पुलिस ने सोमवार को सैयदराजा थाना क्षेत्र में चर्चित गो-तस्करी वसूली कांड में फंसे आरक्षी सत्येंद्र यादव के भाई, सिपाही धर्मेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान धर्मेंद्र ने थाने से भागने की भी कोशिश की और पहरे पर तैनात सिपाही से बदसलूकी की। कुछ दिन पहले ही उसे आरोपों के चलते लाइन हाजिर किया गया था।
दरअसल, जिले में पिछले लगभग चार वर्षों से तैनात दो पुलिसकर्मी भाइयों पर पशु तस्करी का सिंडिकेट चलाने का आरोप है। ये पुलिस कर्मी भाई अकबरपुर आंबेडकर नगर के तुड़ारी गांव के मूल निवासी हैं। धर्मेंद्र और उसका भाई सत्येंद्र यादव, दोनों ही चंदौली जनपद में तैनात थे।
पशु तस्करी से जुड़ाव के आरोप सामने आने के बाद पहले सत्येंद्र यादव को निलंबित कर दिया गया था। गिरफ्तारी से पहले वह फरार हो गया था, लेकिन बाद में हाईकोर्ट से स्थगन आदेश लेकर वापस ड्यूटी पर बहाल हुआ। एसपी ने उसकी तैनाती चकरघट्टा थाने में कर दी थी।
उधर, धर्मेंद्र यादव के खिलाफ सीओ सदर की ओर से की गई जांच में आरोप सही पाए गए। जांच रिपोर्ट के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। एएसपी अनंत चंद्रशेखर ने बताया कि सैयदराजा थाने में तैनाती के दौरान पशु तस्करी में संलिप्तता के आरोपों में आरक्षी धर्मेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, धर्मेंद्र यादव की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस विभाग में किसी भी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभागीय जांच में यदि किसी पुलिसकर्मी की संलिप्तता पाई जाती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना पुलिस विभाग की छवि को प्रभावित कर सकती है, इसलिए उच्च अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।
पुलिस ने यह भी बताया कि गिरफ्तार किए गए सिपाही धर्मेंद्र यादव के खिलाफ पहले से ही कई शिकायतें थीं, जिनकी जांच चल रही थी। अब इस गिरफ्तारी के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि अन्य आरोपितों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में पुलिस की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि कानून के रखवालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी, यदि वे कानून का उल्लंघन करते हैं। पुलिस विभाग की यह पहल समाज में विश्वास को बढ़ाने का कार्य करेगी। चंदौली पुलिस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वे कानून के प्रति गंभीर हैं और किसी भी प्रकार की अनियमितता को सहन नहीं करेंगे।
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