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    UP Bridge: यूपी का ये निर्माणाधीन पुल 9 साल बाद भी नहीं हो सका पूरा, लोगों को हो रही परेशानी

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 03:35 PM (IST)

    चंदौली के अमरा दक्षिणी गांव में गड़ई नदी पर निर्माणाधीन पुल 9 साल बाद भी अधूरा है। 2016 में काम शुरू हुआ लेकिन बाद में रुक गया। पुराना पुल क्षतिग्रस्त होने से भारी वाहनों का आवागमन बाधित है। लोगों को मीरजापुर सोनभद्र जाने में दिक्कत हो रही है। विधायक ने जल्द निर्माण कराने का आश्वासन दिया है। विभाग ने शासन को नया बजट भेजा है।

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    नौ साल बाद भी नहीं बन सका 54 मीटर लंबा पुल, संकट।

    जागरण संवाददाता, चंदौली। चकिया तहसील के अमरा दक्षिणी गांव के पास गड़ई नदी पर निर्माणाधीन पुल अभी भी अधूरा है। वर्ष 2014-15 में पुल निर्माण के लिए 3.03 करोड़ रुपये के बजट की मंजूरी मिली तो वर्ष 2016 में लोक निर्माण विभाग ने नए पुल का निर्माण शुरू कराया था।

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    कुछ दिनों बाद निर्माण का कार्य रुक गया था और आवंटित राशि भी खर्च हो गई थी। 54 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण नौ साल बाद भी पूर्ण नहीं हो सका है। समीप स्थित पुराना पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है और संकरा भी है। इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। नदी का जल स्तर बढ़ने पर आवागमन ठप हो जाता है।

    कैबिनेट बैठक में नदी पर नए पुल निर्माण की स्वीकृति मिली तो लोगों को लगा कि आवागमन में सुविधा होगी और मीरजापुर, सोनभद्र के साथ ही मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ के लिए इस पुल से आवागमन में सुविधा होगी। पुल के काम के लिए शासन ने शुरुआती दौर में डेढ़ करोड़ रुपये अवमुक्त भी कर दिए थे और वर्ष 2016 में निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया गया।

    काम प्रगति पर होने के साथ ही शेष धनराशि भी कार्यदायी संस्था सेतु निगम को मिल गई थी। लेकिन, सामग्री मूल्य में वृद्धि को कारण बताकर संस्था ने काम बंद कर दिया था। वहीं, इसे के साथ शहाबगंज में कर्मनाशा नदी पर नए पुल का निर्माण आरंभ हुआ था। लगभग दो वर्ष पूर्व ही इस पुल पर आवागमन शुरू हो गया।

    पुराने पुल पर भारी वाहनों के संचालन पर है प्रतिबंध

    पुराना पुल कमजोर व क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे इस पर भारी वाहनों के संचालन पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है। इसके चलते वाहनों को अदलहाट की ओर से ले जाना पड़जा। चकिया, शिकारगंज के दर्जनों गांव का मुख्य बाजार अहरौरा है। किसी को भवन आदि निर्माण के लिए ट्रकों से थोक में गिट्टी, बालू आदि ले आने में कीमत अधिक चुकानी पड़ रही है।

    सर्वाधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है, बाढ़ आने पर पानी पुल के ऊपर से बहने लगता है।

    -सुदामा यादव, हेतिमपुर।

    यदि नए पुल का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाता तो इससे आवागमन में लोगों को काफी सहूलियत हो जाती।

    - कमलेशपति कुशवाहा, बलिया खुर्द।

    कई वर्षों से पुल का निर्माण अधर में लटका हुआ है। फिर भी इस समस्या पर किसी का ध्यान नहीं है।

    - हरिशंकर साहनी, हिनौती दक्षिणी।

    उम्मीद है कि वर्तमान विधायक, सांसद जल्द ही रुके हुए निर्माण को पूर्ण कराएंगे। इससे ग्रामीणों को सुविधा होगी।

    -अवधेश द्विवेदी, दुबेपुरमाफी।

    पुल का निर्माण पूर्ण कराने का प्रयास कर रहा हूं। विभाग से इस संबंध में वार्ताकर शेष कार्य पूरा कराने का काम किया जाएगा, ताकि आवागमन सुलभ हो सके।

    - कैलाश आचार्य, विधायक।

    शासन को 10 करोड़ रुपये का नया बजट भेजा गया है। पुल के निर्माण के लिए विभाग प्रयासरत है। कुछ तकनीकी कमी है, जिसे शीघ्र पूर्ण कराकर कार्य प्रारंभ किया जाएगा।

    - कृष्ण कुमार, अधिशासी अभियंता, लोनिवि।