Flood in UP: कर्मनाशा नदी के उफान से बकुलघट्टा रपटा डूबा, 12 से ज्यादा गांवों का टूटा संपर्क
चंदौली में भारी बारिश के कारण कर्मनाशा नदी में उफान आ गया है जिससे बकुलघट्टा रपटा डूब गया है। इस वजह से दर्जन भर गांवों का संपर्क चकरघट्टा थाने से टूट गया है। ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ की आशंका बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, चंदौली। लगातार दो दिनों तक हुई बारिश से कर्मनाशा नदी में उफान आ गया। जलस्तर बढ़ जाने से बकुलघट्टा रपटा पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। इस कारण आवागमन ठप हो गया है। नदी पार बसे दर्जनों गांवों का संपर्क चकरघट्टा थाने से कट गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या हर साल बारिश के दिनों में सामने आती है, लेकिन प्रशासन की ओर से आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
मंगलवार को कुछ युवक बाइक से रपटा पार करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पानी के तेज बहाव में बाइक फिसल गई। ग्रामीणों ने किसी तरह उन्हें बचाया।
बकुलघट्टा रपटा से होकर प्रतिदिन सैकड़ों लोग चकरघट्टा थाना व आसपास के बाजारों तक आते-जाते थे। बरबसपुर, रहमानपुर, बकुलघट्टा, केसार, बैरगाढ़, चिकनी, पढ़ौती, गहिला, जमसोत, सुखदेवपुर, शाहपुर, सेमर, साधोपुर, होरिला, धोबही, पथरौल समेत कई गांवों के लोगों की आवाजाही का चकरघट्टा थाना पहुंचने के यही मुख्य रास्ता है।
रपटा पर पानी चढ़ जाने से इन गांवों के लोगों को थाने तक पहुंचने में दूसरे मार्गों से होकर काफी दूरी तय करनी पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि हर बरसात में यही स्थिति बनती है। बारिश के दिनों में नदी का पानी रपटा को डूबा देता है और गांवों का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट जाता है।
बरसात खत्म होने के बाद स्थिति सामान्य होती है, लेकिन यह समस्या जस की तस बनी हुई है। रपटा डूबने से नजदीकी बरवाडीह बाजार पर भी असर पड़ा है। वहीं कई गांवों के लोग जनपद सोनभद्र के रामगढ़ बाजार में सामानों की खरीददारी करने के लिए जाते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि अनेकों बच्चे जनपद सोनभद्र में स्थित विद्यालयों में पढ़ते हैं। जलभराव होने से आवागमन बंद हो गया है। जिससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
गंगा के जलस्तर में बढ़ाव जारी, लोग हलकान
चहनियां: विगत चार दिनों से हो रही लगातार वर्ष के कारण जनपद के दक्षिणी हिस्से में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं तो वही उत्तरांचल में गंगा का जल स्तर निरंतर बढ़ता जा रहा है। जिससे गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है।
विगत 24 घंटे में गंगा का जलस्तर तीन से चार फीट बढ़ गया है। जिससे गंगा तटवर्ती ग्रामीणों एक बार फिर हलकान हो रहे हैं। जहां एक पखवारे पूर्व आई बाढ़ में किसी प्रकार जान माल की रक्षा की तो पुनः पानी के तेज बढ़ाव के कारण उत्तरांचल के लोग बाढ़ की आशंका से हलकान हो रहे हैं। अगर यही हालात यही रहे तो पुनः एक बार लोगों को पलायन की स्थित हो जाएगी।
तीसरे दिन भी बाढ़ से कई मार्ग अवरुद्ध
बरहनी: बाढ़ ने तीसरे दिन भी तटवर्ती इलाकों के गांव में बाढ़ ने तांडव मचा कर रख दिया है। जिससे बाढ़ से लोगों को जनजीवन अस्त व्यस्त है। लोगों ने बताया कि तीसरे दिन धीरे धीरे कर्मनाशा नदी का बाढ़ घट रहा है, लेकिन अभी भी तटवर्ती इलाके गांवों में बाढ़ की पानी गालियों में है।
वही वही यूपी बिहार बार्डर पर ककरैत पुल के आगे मार्ग के ऊपर से पानी बह रहा है। तीसरे दिन भी ककरैत-नुवान मार्ग सहित कुई मार्ग पर आवागमन अवरुद्ध रहा। इससे लोगों को तीन से चार किलोमीटर की दूरी तय कर जाना पड़ा। अरंगी, धनाइतपुर, दैथा, चिरईगाव आदि गांवों के गलियों में बाढ़ का पानी लगा है।
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