पांच लाख की फिरौती के लिए की गई तीन मासूमों की हत्या
रोजा इफ्तार पार्टी में न बुलाने पर उनका गुस्सा भी बढ़ गया। इसलिए इफ्तार पार्टी खत्म होते ही तीनों बच्चों का अपहरण किया गया। स्कूटी पर तीनों बच्चों को चॉकलेट के बहाने घटनास्थल तक ले जाया गया। बिलाल रात में ही फोन पर सलमान और गूंगा को तलाश और पुलिस तक मामला पहुंचने की जानकारी देता रहा। जब बिलाल ने सलमान को मुकदमा दर्ज होने की बात बताई तो पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए तीनों ने बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी।
बुलंदशहर: फैसलाबाद के तीन मासूम बच्चों की अपहरण के बाद हत्या पांच लाख रुपये की फिरौती के लिए की गई थी। पीड़ित परिवार के रिश्तेदार ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपित समेत दो को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे शातिर की तलाश जारी है।
रविवार दोपहर पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में एसएसपी एन. कोलांचि ने बताया कि मोहल्ला फैसलाबाद की अलीबा (8) पुत्री हाफिज आलम, आसमा (7) पुत्री जमशेद और जमशेद के भांजे अब्दुल (8) पुत्र हसीन की शुक्रवार को अगवा कर हत्या कर दी गई थी। घटना में नामजद तीन आरोपितों में से जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के जलीलपुर गांव निवासी बिलाल पुत्र रहमत अली और देहात कोतवाली क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी इमरान उर्फ गूंगा पुत्र असगर को गिरफ्तार कर लिया है। बिलाल को शहर के डीएवी फ्लाईओवर और गूंगा को काली नदी के पास से गिरफ्तार किया गया। गूंगा के पास से तमंचा और दो कारतूस भी बरामद किए गए हैं। जलीलपुर का ही सलमान पुत्र डा. अलीमुद्दीन (हाल निवासी थानाक्षेत्र जाफराबाद, दिल्ली) की तलाश में पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं।
एसएसपी ने बताया कि बिलाल आसमा और अलीबा के पिता का ममेरा भाई है। कुछ दिन पहले वह फैसलाबाद में रहने आया था, लेकिन आपराधिक प्रवृत्ति का होने के चलते उसे घर में रखने से इन्कार कर दिया। इसके बाद वह मोहल्ले में किराए पर रहने लगा। फरार सलमान पर दिल्ली में आठ मुकदमे दर्ज हैं। इनमें वह पांच मुकदमों में वांछित है। सलमान को जमानत के लिए रुपयों की जरूरत थी। इसीलिए बिलाल ने बच्चों का अपरहण कर पांच लाख फिरौती वसूलने की योजना बनाई। रोजा इफ्तार पार्टी में न बुलाने पर उनका गुस्सा और भी बढ़ गया। इफ्तार पार्टी खत्म होते ही तीनों बच्चों का अपहरण किया गया। स्कूटी पर बच्चों को चॉकलेट देने के बहाने घटनास्थल तक ले जाया गया। बिलाल रात में ही फोन पर सलमान और गूंगा को पुलिस तक मामला पहुंचने की जानकारी देता रहा। जब बिलाल ने सलमान को मुकदमा दर्ज होने की बात बताई तो पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए तीनों ने बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी।
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आरोपितों का आपराधिक इतिहास
सलमान पर नार्थ ईस्ट दिल्ली के थाना गोकलपुरी, सीलमपुर व जाफराबाद में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, मारपीट समेत विभिन्न गंभीर धाराओं में आठ मुकदमे दर्ज हैं। वहीं, बिलाल पर कोतवाली देहात और औरंगाबाद थाने में तीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
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