कांवड़ यात्राः 361 फुट का तिरंगा लेकर चल रहे 37 कांवडि़ये
सावन के महीने में चलने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान आज केशवपुर सथला में शहीदों की याद में तिरंगा यात्रा निकाली गई।
मुजफ्फरनगर (जेएनएन)। हर साल लाखों कांवडिय़ां गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर बढ़ते हैं। कोई परिवार की सुख-समृद्धि तो कोई मन्नतें मांगकर कांवड़ लाता है। बुलंदशहर के यह वाशिंदे कुछ अलग ठानकर गंगाजल लेने हरिद्वार गए। लाखों रुपये खर्च कर बाबा भोलेनाथ के भक्त देश के अमर-शहीदों के नाम कांवड़ लेकर आए हैं। इसके लिए कई जिलों से होकर यात्रा कर रहे हैं, जो आकर्षण का केंद्र बने हैं।
अगस्त के प्रथम दिन उठाई थी कांवड़
बुलंदशहर के केशवपुर सठला के रहने वाले शिवभक्तों ने अगस्त के प्रथम दिन कांवड़ उठाई थी। राकेश कुमार, जितेंद्र लोधी और मूलचंद के नेतृत्व में 37 कांवडिय़ों का जत्था हरिद्वार से कांवड़ ला रहा है। शुक्रवार देर रात कांवडिय़ों का यह दल शिव चौक पर भगवान शिव की परिक्रमा करने के लिए रुका था। शिव मूर्ति की परिक्रमा करने के दौरान इनकी कांवड़ आकर्षण का केंद्र बनी रही। 361 फुट लंबे तिरंगा कांवड़ को शिवभक्त देश के शहीदों के नाम लाए हैं। इस कांवड़ को राहुल, मोहित, सोनी, जोनी, कालू, नरेश, मोहित, मोंटी आदि भोलों का दल लेकर आगे बढ़ रहा है।
21 हजार में बनवाया तिरंगा
शिवभक्त जितेंद्र लोधी बताते हैं कि कांवड़ यात्रा पर करीब तीन लाख रुपये खर्च होंगे। 21 हजार रुपये में दिल्ली से तिरंगा बनवाया गया है। नौ अगस्त से पहले कांवड़ को गांव के बड़ा दिवाला मंदिर पर लेकर पहुंचेंगे। यहां पर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के बाद कांवड़ को गांव में घुमाया जाएगा।
शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे
राकेश, जितेंद्र, राहुल आदि शिवभक्त ने कहा कि कांवड़ का उद्देश्य शहीदों के प्रति लोगों में जागरूकता का है ताकि देश के युवा शहीदों के साथ देशभक्ति के लिए हमेशा तैयार रहें। युवाओं में इसके लिए जोश भरना उनकी कांवड़ का लक्ष्य है।