दस्तावेजों से की छेड़छाड़ और हजम कर लिए नौ लाख से ज्यादा...यूं खुला राज, अब चार पर हुआ मुकदमा
Bulandshahr News: दस्तावेजों के साथ छेड़खानी करके रिलेशनशिप आफिसर समेत चार स्टाफ कर्मियों ने ही कंपनी को लाखों रुपये की धोखधड़ी की है। पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर रिलेशनशिप आफिसर समेत चार कर्मियों पर ग्राहकों के दस्तावेजों में छेड़खानी करके लोन गबन करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।

ग्राहकों के दस्तावेजों के साथ छेड़खानी कर स्टाफ ने ही कंपनी को लाखों रुपये की धोखाधड़ी की। (प्रतीकात्मक फोटो)
संवाद सहयोगी, जागरण, सिकंदराबाद (बुलंदशहर): ग्राहकों के दस्तावेजों के साथ छेड़खानी कर स्टाफ ने ही कंपनी को लाखों रुपये की धोखधड़ी की है। पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर रिलेशनशिप आफिसर समेत चार कर्मियों पर ग्राहकों के दस्तावेजों में छेड़खानी करके लोन गबन करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। मुथूट माइक्रोफिन लिमिटेड आगरा रोड अलीगढ़ निवासी राहुल दुबे ने बताया कि वह मुथूट माइक्रोफिन लिमिटेड कंपनी में बतौर जोनल मैनेजर के पद पर हैं। जिसका मुख्य कार्यालय केरल में है। सिकंदराबाद कस्बा स्थित टीचर्स कालोनी शाहजी डेयरी के पास में कंपनी का शाखा कार्यालय स्थित है। इसमें रिलेशनशिप आफिसर ऋषभ शर्मा पुत्र देवेन्द्र शर्मा गांव-219 खाद मोहन नगर, बुलंदशहर, नितिन कुमार पुत्र चंद्रभान गांव-नरहंडा, हापुड़ रोड, मेरठ, पोस्ट जाहिदपुर मेरठ, बंटू कुमार भंगेल पुत्र सोनपाल सिंह, ग्राम-298 शितलवारा, अंदौली, हाथरस व सहायक शाखा रिलेशनशिप प्रबंधक रवि कुमार पुत्र हरिपाल ग्राम धल्लिया पोस्ट रास डांडिया तहसील मिलक जिला रामपुर तैनात हैं।
आरोपितों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए साजिशन, बेईमानी पूर्वक, छल कपट से धन हड़प करने की नीयत से व अलग-अलग बैंक शाखाओं के ग्राहकों के कूटरचित दस्तावेज तैयार करके उसे सही के रूप में प्रयोग करते हुए व स्वीकृत करके साढ़े आठ लाख लोन राशि अपने खाते में स्थानांतरित कराई। 22 ग्राहकों से 9.87 लाख रुपये की धोखाधड़ी की सदस्यों द्वारा दी गई केवाईसी और बैंक पासबुक में छेड़छाड़, परिवर्तन, करके धोखाधड़ी से कूटरचना करते हुए, धोखा देने की नीयत से फर्जी प्रपत्रों का इस्तेमाल करते हुए ऋषभ शर्मा, नितिन कुमार, बंटू कुमार और रवि कुमार ने अपने रिश्तेदारों या अपने खाते में, वर्णित खातों में ऋण की संपूर्ण धनराशि स्थानांतरित कराकर हड़प ली। चारों आरोपितों ने 22 ग्राहकों से नौ लाख 87 हजार 214 की धोखाधड़ी की है। आरोपितों द्वारा उक्त लोन अकाउंट में 65796 किश्त धनराशि जमा की है। एसएसपी के आदेश पर चारों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
जांच में पता चला मामला राशि का स्थानांतरण होने के बाद आरोपितों द्वारा लोन अकांउट में 42 हजार 643 किश्त धनराशि जमा की गई। आरोपित ऋषभ शर्मा ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलीभगत की। विभागीय जांच होने पर ऋण धारकों से संपर्क करने पर पता चला कि उस केंद्र में उस नाम का कोई ग्राहक नहीं है और न ही उस नाम का कोई ग्राहक गांव में है। केंद्र की बैठक में इस नाम के किसी भी ग्राहक को कोई ऋण नहीं दिलाया गया है।
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