तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे बिबकोल कंपनी के कर्मचारी
जेएनएन बुलंदशहर चोला स्थित बिबकोल कंपनी के कर्मियों की तीसरे दिन भी बेमियादी हड़ताल जारी रही। कर्मियों ने प्रबंधन टीम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गुरूवार को कुछ अधिकारियों के नाम खोलते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।

जेएनएन, बुलंदशहर: चोला स्थित बिबकोल कंपनी के कर्मियों की तीसरे दिन भी बेमियादी हड़ताल जारी रही। कर्मियों ने प्रबंधन टीम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गुरूवार को कुछ अधिकारियों के नाम खोलते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। साथ ही नौकरी से निकालने की धमकी देने का भी आरोप लगाते हुए हड़ताल जारी रखी।
गौरतलब है कि पोलियो वैक्सीन बनाने वाली बिबकोल कंपनी में कर्मी बेमियादी हड़ताल पर है। बिबकोल एंप्लाइज क्रातिकारी यूनियन के नेतृत्व में गुरूवार को भी कर्मी सुबह दस बजे कंपनी गेट पर पहुंचे और प्रबंधन तंत्र पर मांगों के संबंध में अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी करते हुए धरना दिया। यूनियन के सचिव झम्मन सिंह ने आरोप लगाया कि मांगों को लेकर गत जनवरी में कंपनी प्रबंधन को ज्ञापन देकर इस संबंध में चेतावनी दी गई थी। लेकिन कर्मचारियों की मांगों के संबंध में कोई विचार नहीं किया और उनका उत्पीड़न शुरू कर दिया। जिसे कदाचित बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इस दौरान कर्मियों वरिष्ठता क्रम के तहत पदोन्नति, सुविधाए दिलाने समेत अन्य मांगों के बाद अब सीधे कंपनी के प्रबंधन तंत्र से जुड़े अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। कर्मियों के बिना किसी गलती के इंक्रीमेंट काटने पर नाराजगी जताते हुए उसे दिलाने, कर्मचारी जुगुन की सेलरी गत एक वर्ष से रूकी है, उसे दिलाने, कोरोना काल में निकाले गए कर्मियों को वापस नौकरी पर बुलाने आदि समेत दस मांगे रखी। कुछ कर्मियों ने प्रबंधन तंत्र पर अनैतिक दवाब बनाते हुए नौकरी से निकालने की धमकी देने भी आरोप लगाया। सचिव झम्मन सिंह ने बताया कि अभी प्रबंधन की ओर से कोई वार्ता नहीं की गई है। यूनियन की ओर से निर्णय लिया गया है, जब तक मांग पूरी नही होती, तब तक उनकी बेमियादी हडृताल जारी रहेगी। इसके लिए कर्मी एकजुट है। उधर, प्रबंधक टीम के उप एमडी राजीव शुक्ला ने बताया कि कर्मी बिना वजह मामले को तूल दे रहे हैं। जो भी कर्मियों के हित है, वह सुविधाएं पूरी तरह बहाल है। वार्ता के लिए सार्थक पहल के प्रयास किए जा रहे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।