Israel Iran War: ईरान में फंसे यूपी के इस गांव के दस छात्र, घरवालों को हो रही चिंता… सरकार से वापसी की मांग
बुलंदशहर के जहांगीराबाद क्षेत्र के सांखनी गांव के लगभग 10 छात्र इजरायल-ईरान युद्ध के कारण ईरान में फंस गए हैं। बमबारी के चलते उड़ानें रद्द होने से वे ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। इजरायल-ईरान युद्ध के बीच जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के गांव सांखनी के करीब 10 छात्र ईरान में फंस गए हैं। बमबारी के चलते फ्लाइट रद होने से टिकट होने के बावजूद छात्र भारत नहीं लौट पा रहे हैं। स्वजन पल-पल फोन पर छात्रों का हाल-चाल पूछ रहे हैं। स्वजन ने सरकार से छात्रों की सकुशल वापसी की मांग की है।
थाना क्षेत्र का गांव सांखनी शिया मुस्लिम बहुल है। गांव के करीब दस छात्र ईरान में धार्मिक शिक्षा व मेडिकल आदि की शिक्षा ग्रहण करने के लिए गए थे।
गांव नगांव निवासी मुजम्मिल हुसैन ने बताया कि उनका भांजा मोहम्मद अब्बास जाकरी करीब दो साल पहले ईरान में पढ़ाई के लिए गया था। मंगलवार को मुजम्मिल हुसैन की मोहम्मद अब्बास जाकरी से फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि वह ईरान के तेहरान शहर में रुके हुए थे।
सोमवार रात वहां बराबर की बिल्डिंग के ऊपर मिसाइल हमला हुआ है, जिसमें उनके पांच साथियों की जान चली गई। हमला होने के बाद तेहरान शहर से उन्हें करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित कुम शहर में भेज दिया गया है।
उन्होंने बताया कि कुछ मिसाइलों की गति इतनी तेज होती है कि बिल्डिंग पर गिरने के बाद ही पता चलती है। पास की बिल्डिंग में धमाका होने के बाद अब्बास जाकिर काफी सहमा हुआ है।
शब्बर रजा ने बताया कि उनका छोटा भाई इकरार हुसैन करीब चार साल पहले मौलवी की डिग्री के लिए ईरान गया था। फिलहाल, वह भी कुम शहर में रुका हुआ है। पांच छात्रों के स्वजन ने उनके संबंध में जानकारी देने से इनकार कर दिया।
हालांकि, पांच विद्यार्थियों के स्वजन ने जानकारी दी। ईरान में अज़हर अब्बास पुत्र मोहम्मद तकी एमबीबीएस करने गए थे। वहीं मोहम्मद अब्बास ज़ाकरी पुत्र जाकिर हुसैन आलिम की डिग्री, इकरार हुसैन पुत्र इलियास हुसैन धार्मिक पढ़ाई मौलवी करने गए थे।
मुसव्विर अब्बास पुत्र रोजे अली हायर एजुकेशन तथा मारिया जैनब पुत्री जियाउल हसन एमबीबीएस करने ईरान गए थे। स्वजन ने सभी छात्रों की सकुशल वापसी की मांग सरकार से की है।

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