डाक्टर साहब! तीन दिन पहले सांप ने काट लिया था, झाड़ा तो लगवा लिया... अब वैक्सीन लगा दो
बुलंदशहर में एक महिला डाक्टर के पास पहुंची और बताया कि तीन दिन पहले उसे सांप ने काट लिया था। उसने झाड़-फूंक करवा लिया था, लेकिन अब वह वैक्सीन लगवाना चाहती है। पीड़ित ने डॉक्टर को पूरी घटना बताई और वैक्सीन लगवाने का अनुरोध किया। डाक्टर और स्टाफ ने महिला को समझाया कि वैक्सीन सांप काटने के तुरंत बाद लगनी चाहिए।

सांप काटने के तीन दिन बाद अस्पताल पहुंची महिला और वैक्सीन लगाने की गुहार लगाई। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। स्वास्थ्य विभाग सर्पदंश से होने वाली जनहानि रोकने लिए जागरूकता अभियान चला रहा है, बावजूद इसके लोग लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं। इसका उदाहरण जिला अस्पताल में तब देखने को मिला, जब एक महिला मरीज सांप काटने के तीन दिन बाद मंगलवार को एएसवी (एंटी स्नेक वैनम) लगवाने के लिए पहुंची।
कल्याण सिंह राजकीय मेडिकल कालेज संबद्ध जिला अस्पताल में एएसवी लगवाने के लिए पहुंची शहर के चांदपुर रोड निवासी 41 वर्षीय महिला संगीता ने बताया कि तीन दिन पहले मंगलवार को उसे घर में ही सांप ने काट लिया। सांप ने उसकी गर्दन पर काटा था। वह जानकारी के अभाव में वैक्सीन नहीं लगवा सकी। उसने डाक्टर को बताया कि एक झाड़ने वाले से झाड़ा लगवा लिया था। अब वैक्सीन लगा दीजिए।
डाक्टर और स्टाफ ने महिला को समझाया कि वैक्सीन सांप काटने के तुरंत बाद लगनी चाहिए। महिला के कहने पर फिर भी एएसवी लगवा दी गई। जिला अस्पताल के सीएमएस डा. प्रदीप राणा ने बताया कि सांप काटने के बाद लापरवाही के कारण ही लोगों की जान जाती है। जिला अस्पताल से लेकर सभी सीएचसी और पीएचसी समेत जिलेभर में 72 स्थानों पर एएसवी उपलब्ध रहती है। इस साल 200 से अधिक लोगों को सांप ने काटा है। स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड के मुताबिक इसमें चार लोगों की मौत भी हुई है।
जिला सर्विलांस अधिकारी डा. रमित सिंह ने बताया कि अब मौसम ठंडा हो गया है। सांप काटने के मामलों में कमी आई है। वैक्सीन लगवाने में लापरवाही न करें। विभाग के पास जिले के 72 सरकारी अस्पतालों में एएसवी उपलब्ध है। सांप काटे तो झाड़फूंक करने वाले के बजाए तुरंत सरकारी अस्पताल पहुंचें।

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