Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मौनी बाबा के अनुयायियों ने निकाली पदयात्रा

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 23 Jul 2021 05:55 PM (IST)

    जेएनएन बुलंदशहर गांव सुल्तानपुर खेड़ा स्थित आश्रम में मौनी बाबा की मूर्ति स्थापित किए जाने से पूर्व पदयात्रा निकाली गई। पदयात्रा आश्रम से शुरू होकर गांव घुंघरावली बनवारीपुर याकूबपुर धतूरी मुकीमपुर जटपुरा चित्सोन सुरजावली खैरपुर पूठरी होते हुई सुल्तानपुर खेड़ा आश्रम पर जाकर समाप्त हुई।

    Hero Image
    मौनी बाबा के अनुयायियों ने निकाली पदयात्रा

    जेएनएन, बुलंदशहर: गांव सुल्तानपुर खेड़ा स्थित आश्रम में मौनी बाबा की मूर्ति स्थापित किए जाने से पूर्व पदयात्रा निकाली गई। पदयात्रा आश्रम से शुरू होकर गांव घुंघरावली, बनवारीपुर, याकूबपुर, धतूरी, मुकीमपुर, जटपुरा, चित्सोन, सुरजावली, खैरपुर, पूठरी होते हुई सुल्तानपुर खेड़ा आश्रम पर जाकर समाप्त हुई। पदयात्रा में काफी तादात में मोनी बाबा के अनुयायियों ने भाग लेकर मूर्ति के दर्शन लाभ उठाए। पदयात्रा के दौरान भक्तजन ढोलक की थाप और बैंड बाजों की धुन पर भक्ति में होकर नाच रहे थे। पैदल भक्तों के अलावा दर्जनों ट्रैक्टर एवं अपने अन्य संसाधनों से लोग मौजूद रहे। नर-नारियों ने बड़े भक्ति भाव से पदयात्रा में शामिल भक्तों पर पुष्प वर्षा की। सुरक्षा की ²ष्टि से पुलिस फोर्स भी मौजूद रहा। पदयात्रा में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अनिल शर्मा, पदम सिंह बाबा, राजगुरु सिंह, राकेश शर्मा हलपुरा, नीरज भारद्वाज, भूपेंद्र सिंह, अरविद सिंह, महेश शर्मा, रघुवीर मास्टर, प्रवीण सिंह, दिनेश चौधरी, दीपू आदि मौजूद रहे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दानपुर में गुरु पूर्णिमा पर होंगे कई कार्यक्रम

    संवाद सूत्र, दानपुर : क्षेत्र में गुरू पूर्णिमा पर्व शनिवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके लिए लोग तैयारी में जुटे हैं। कई मंदिरों पर हवन के साथ प्रसाद वितरण कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी है। लोगों का कहना है कि इस दिन प्रसाद वितरण करने का विशेष पुण्य मिलता है। जबकि कुछ स्थानों पर लोग गुरुओं के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इन कार्यक्रमों में लोग अपने गुरुओं की पूजा अर्चना करते हुए उन्हें कपड़े और उपहार भेंट करते हैं। जबकि कुछ लोगों द्वारा अपने गुरुओं के सिर पर पगड़ी बांधी जाती है। लोगों का कहना है कि गुरुओं का सम्मान का एक यही दिन निर्धारित है। इस दिन लोगों को जीवन का मार्गदर्शन करने वाले गुरु का सम्मान जरूर करना चाहिए।