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    हार्ट अटैक के मरीजों को लगेगा 40 हजार रुपये का इंजेक्शन, यूपी के सरकारी अस्पतालों की बदलेगी व्यवस्था

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 04:59 PM (IST)

    बुलंदशहर जिला अस्पताल में अब हार्ट अटैक के मरीजों को 40 हजार रुपये का इंजेक्शन मुफ्त में लगाया जाएगा। सरकार ने मरीजों को प्राथमिक उपचार देने के लिए यह कदम उठाया है। इमरजेंसी में विशेष केंद्र स्थापित किया जाएगा, जहाँ एनोक्सापारिन इंजेक्शन उपलब्ध होगा, जिससे मरीजों को हायर सेंटर रेफर करने से पहले राहत मिल सके।

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    जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। हार्ट अटैक के बढ़ते मामले को लेकर सरकार बेहद गंभीर है। अब जिला अस्पताल आने वाले हार्ट अटैक के मरीजों को प्राथमिक उपचार के तौर पर 40 हजार रुपये का इंजेक्शन लगेगा। इस इंजेक्शन के लगने के मरीज को तुरंत राहत मिलेगी। इसके बाद मरीज को हायर सेंटर रेफर कर दिया जाएगा। अभी तक इमरजेंसी पहुंचते ही मरीज को रेफर कर दिया जाता है।

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    चिकित्सकों का कहना है कि हार्ट अटैक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अटैक पड़ते ही मरीज को लेकर स्वजन तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचते हैं। अधिकांश मरीज जिला अस्पताल पहुंचते हैं। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचते ही स्टाफ बता देता है कि कार्डियोलाजिस्ट नहीं है। कार्डियोलाजिस्ट न होने के चलते यहां मरीज के उपचार के लिए दवा आदि भी उपलब्ध नहीं रहती है।

    अब सरकार ने हार्ट अटैक के मरीजों की जान बचाने के लिए जिला अस्पताल में एनोक्सापारिन इंजेक्शन लगाने की सुविधा शुरू करने तैयारी कर दी है। एनेक्सापारिन इंजेक्शन की कीमत लगभग 40 हजार रुपये है। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. रमित सिंह ने बताया कि एनोक्सापारिन इंजेक्शन लगने के बाद मरीज की हालत लगभग आधा घंटे के लिए नियंत्रण में आ जाती है।

    इस अवधि में मरीज को हायर सेंटर ले जाया जा सकेगा। इंजेक्शन लगवाने के लिए जिला अस्पताल में विशेष आपातकालीन केंद्र स्थापित किया जाएगा। आपात कालीन केंद्र पर हार्टअटैक के मरीजों को एनोक्सापारिन का इंजेक्शन निशुल्क लगेगा। जिला अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि इमरजेंसी में रोजाना एक-दो हार्ट अटैक के मरीज पहुंचते हैं, जिन्हें फोरन मेडिकल कालेज या हायर सेंटर के लिए रेफर दिया जाता है, लेकिन अब हार्ट अटैक के मरीजों को प्राथमिक उपचार मिलेगा।

    प्राथमिक उपचार के रूप में एनोक्सापारिन का इंजेक्शन लगाया जाएगा। यह इंजेक्शन मरीजों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां समय पर उपचार न मिलने पर हालत बिगड़ सकती है। प्राथमिक परीक्षण कर मरीज को तुरंत एनोक्सापारिन का इंजेक्शन लगा दिया जाएगा। इसके बाद रेफर कर दिया जाएगा। इस इंजेक्शन से न केवल उपचार में तेजी आएगी बल्कि मरीजों के जीवन रक्षण की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।

    पहले हार्ट अटैक के मरीजों को रेफर कर दिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि इमरजेंसी में विशेष केंद्र स्थापित किया गया है, जहां हार्ट अटैक के मरीजों को एनोक्सापारिन का इंजेक्शन लगाया जाएगा, जो निशुल्क होगा, जिसकी कीमत 40 हजार रुपये है। इंजेक्शन लगने के बाद मरीज को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाएगा। -डा. प्रदीप राणा, सीएमएस- जिला अस्पताल