एक माह बाद खुली दुकानें तो व्यापारियों के चेहरे खिले
जेएनएन बुलंदशहरकोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा बीते तीन मई को पूरे प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लागू किया गया था। कर्फ्यू के दौरान नगर में तय समय के अनुसार केवल मेडिकल व आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गयी थी।
जेएनएन, बुलंदशहर,कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा बीते तीन मई को पूरे प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लागू किया गया था। कर्फ्यू के दौरान नगर में तय समय के अनुसार केवल मेडिकल व आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गयी थी। जिस कारण बाकी सभी दुकानें बंद पड़ी थी। वहीं सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करते हुए सोमवार को नगर के बाजार को खोलने की अनुमति दी गयी।
नगर के व्यापारी तय समय के अनुसार अपनी दुकानों को खोलने बाजारों में पहुंचे। दुकानों में साफ-सफाई के बाद अपनी दुकानें खोली। वहीं एक माह बाद खुले बाजार की खुशी व्यापारी के चेहरों पर साफ दिखाई पड़ रही थी। नगर के सराफा बाजार में सररफा व्यापारी काजल वर्मा ने दुकान पर आए पहले ग्राहकों का फूलमाला पहनाकर व पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। काजल वर्मा ने बताया कि एक माह से दुकान बंद थी। वहीं सरकार के आदेश के बाद संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करते हुए दुकान खोली है। वमर ने दुकान पर आए पहले ग्राहकों का स्वागत किया।
शीघ्र ही शुरू हो जाएगा बंद पड़ी पॉटरियों का संचालन
बुलंदशहर: कोरोना को लेकर लगे कर्फ्यू के बाद अब धीरे-धीरे बाजार खुलने लगे हैं। ऐसे में जल्द ही उद्योग अब पटरी पर लौट आएगा। पॉटरी कारोबारियों को नये आर्डर मिलने लगेंगे। वहीं अब शीघ्र ही बंद पड़ी पॉटरी इकाइयों का संचालन भी शुरू हो जाएगा।
पॉटरी उद्योग बीते वर्ष लगे लाकडाउन के बाद धीरे-धीरे पटरी पर किसी तरह से लौटा था। जिसके बाद अब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आ गई, तो एक बार फिर से उद्योग की रफ्तार थम गई। बाजार बंद होने के कारण कारोबारियों को आर्डर नहीं मिले, तो कई पॉटरियों का संचालन थम सा गया। कई पॉटरियों में तो उत्पाद ही बनने बंद हो गए। वहीं काफी मजदूर भी अपने घरों के लिए चले गए थे। जिससे उद्योग को कोरोड़ों रुपयों का फटका लगा है। किसी तरह से उद्योग संचालित हो रहे थे। अब अनलाक होने के बाद प्रदेश और देश में अधिकांश बाजार खुलने लगे हैं। ऐसे में पॉटरी कारोबारियों को आर्डर भी आने लगे है। जिन्हें देखकर लगता है कि कुछ ही दिनों में पूरी तरह से पॉटरी उद्योग पटरी पर आ जाएगा। वहीं बंद पड़ी इकाइयों का संचालन भी धीरे-धीरे आर्डर मिलने के अनुसार शुरू हो जाएगा। ऐसे में कारोबारियों को काफी राहत मिली है। खुर्जा पॉटरी मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के सचिव संजय गुप्ता रामा ने बताया कि बाजार खुलने से उद्योग को काफी राहत मिली है। बाजार की डिमांड के अनुसार आर्डर मिलने भी लगे हैं।