बुलंदशहर हिंसा: यूपी पुलिस की बड़ी लापरवाही, आरोपितों की लिस्ट में डाल दिया निर्दोष का फोटो
स्याना के चिंगरावठी बवाल के आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर पुलिस ने मुख्य आरोपित योगेश राज समेत 22 आरोपितों के घर पर कुर्की नोटिस चस्पा किया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। गोवंश के अवशेष मिलने के बाद हिंसा में इंस्पेक्टर स्याना सुबोध कुमार सिंह के साथ युवक सुमित की हत्या के मामले में मुख्य आरोपित योगेश राज समेत 22 आरोपितों के घर पर नोटिस चस्पा किए गए हैं। जिला पुलिस ने जल्दबाजी में एक निर्दोष को भी हिंसा के आरोपितों में शामिल कर लिया है।
स्याना के चिंगरावठी बवाल के आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर पुलिस ने मुख्य आरोपित योगेश राज समेत 22 आरोपितों के घर पर कुर्की नोटिस चस्पा किया है। अब जल्द ही एसआइटी कोर्ट से धारा 83 की कार्रवाई के आदेश लेकर कुर्की करेगी। गांव में पुलिस फोर्स देख लोग सहमे रहे। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए आज भी पुलिस की टीमें जुटी रहीं।
एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव के नेतृत्व में काफी पुलिस बल चिंगरावठी गांव पहुंचा। पुलिस ने ढोल बजाकर मुनादी कराई। इसके बाद आरोपितों के घर कुर्की कार्रवाई के नोटिस चस्पा किए। चिंगरावठी के बाद पुलिस फोर्स महाव और फिर नयाबांस पहुंची। मुख्य आरोपित योगेश राज के घर के बाहर नोटिस चस्पा किया। इसके बाद टीम स्याना पहुंची और चांदपुर गांव में नोटिस चस्पा की कार्रवाई की गई। एसपी सिटी ने बताया कि मुख्य आरोपित योगेश राज के साथ-साथ शिखर अग्रवाल, उपेंद्र राघव, सतीश, विक्रांत व राजकुमार प्रधान समेत 22 आरोपितों के घर पर मुनादी के बाद नोटिस चस्पा किए गए हैं। अब भी आरोपित फरार रहते हैं तो धारा 83 की कार्रवाई की जाएगी। कुर्की के बाद भी आरोपित हाजिर नहीं हुए तो सभी पर इनाम घोषित होगा। पुलिस के जाने के बाद ग्रामीण घरों से निकले और नोटिस पढ़े। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि फरार आरोपियों के पोस्टर जल्द ही जिले भर में सार्वजनिक स्थलों, चौकी और थानों आदि स्थानों पर चस्पां कराए जाएंगे।
पुलिस के पोस्टर में बड़ी चूक
बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिस ने जो पोस्टर जारी किया है, उसमें एक बड़ी चूक की बात सामने आ रही है। पुलिस की इस चूक से एक निर्दोष शख्स को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल पुलिस ने जो पोस्टर चस्पा किए हैं उसमें दूसरे नंबर पर ही एक विशाल त्यागी नाम के शख्स की फोटो लगी है। जो विशाल त्यागी बलवे में शामिल था उसकी जगह पर एक दूसरे विशाल त्यागी, जो कि निर्दोष है, का फोटो पोस्टर में लगा दिया गया है। इस विशाल त्यागी का पता भी अलग है। इस पोस्टर के सामने आते ही पीडि़त विशाल त्यागी जिसका पोस्टर में फोटो लगा है उसने एडीजी ऑफिस पर शिकायत दर्ज कराई है। विशाल ने यह भी आरोप लगाया है बुलंदशहर पुलिस ने इंटरनेट या अलग सोशल साइट से फोटो उठाए हैं और उसी के आधार पर उन्हें वांछित घोषित कर दिया है। पुलिस की इस चूक से पीडि़त विशाल को काफी परेशानी हो रही है।
बुलंदशहर के स्याना बवाल के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस ने कल सभी फरार नामजद आरोपियों का पोस्टर जारी कर दिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखे जाने की बात कही गई है। आरोपियों के पोस्टर जिले भर में सार्वजनिक स्थलों पर थानों पर व चौक चौराहों पर चस्पां किए गए हैं। आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। कल पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया। उनकी शिनाख्त और वीडियो के आधार पर जांच पड़ताल कर पूछताछ की जा रही है।
सार्वजनिक स्थान पर लगेंगे पोस्टर
पुलिस ने चिंगरावठी क्षेत्र में हुए बवाल के 23 फरार आरोपितों का पोस्टर जारी कर दिया है। इस पोस्टर को सार्वजनिक स्थानों पर लगाया जाएगा। पोस्टर में योगेश राज निवासी नया बांस, विशाल त्यागी निवासी स्याना, सतेंद्र राजपूत निवासी लौंगा, उपेंद्र राघव निवासी गनौरा नंगली, रवि लोधी निवासी खानपुर, शिखर अग्रवाल निवासी स्याना, राजकुमार निवासी महाव, सचिन जाट निवासी महाव, विनीत निवासी महाव, सौरभ निवासी चिंगरावठी, छोटू निवासी चिंगरावठी, सतीश निवासी चांदपुर पुट्ठी, पवन लोधी निवासी मोहल्ला पट्टी हरनाम सिंह, विक्रांत त्यागी निवासी मोहल्ला पुराना छत्ता, बबलू निवासी चिंगरावठी, रोबिन निवासी चिंगरावठी, टिंकू निवासी महाव, गुड्डू निवासी महाव, हरेंद्र निवासी महाव, राहुल निवासी हरवानपुर, डेविड निवासी चिंगरावठी, जौनी निवासी चिंगरावठी और लोकेंद्र निवासी चिंगरावठी का नाम शामिल है।
11 दिन बाद भी नेता, प्रशासन ने नहीं ली सुध
सुमित के पिता अमरजीत सिंह ने कहा कि उनका बेटा होनहार था। वह एनडीए की तैयारी कर रहा था। आर्थिक तंगी में भी उसे पढ़ा रहे थे। पुलिस ने उनके बेटे को बवाल में भी आरोपी बनाकर उसका नाम एफआइआर में दर्ज कर दिया है। घटना के 11 दिन बाद भी अभी तक किसी नेता, प्रशासन ने उनके परिवार की सुध नहीं ली है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे का नाम एफआइआर हटाया जाए, उसे शहीद का दर्जा मिले, उसके भाई को सरकारी नौकरी मिले।
सुमित को गोली लगने के वीडियो को छुपा रही पुलिस
बवाल में मारे गए सुमित की बड़ी बहन बबली ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बवाल में एक परिवार का दर्द तो समझ लिया, लेकिन वे बवाल में मारे गए दूसरे परिवार के दर्द को अनदेखा कर रहे हैं। पुलिस प्रकरण की एकतरफा वीडियो वायरल कर रही है। जबकि सुमित को गोली मारने वाले के वीडियो को छुपा रही है। उन्होंने मामले की सीबीआइ जांच की मांग की।
गौरतलब है कि स्याना की चिंगरावठी चौकी पर बवाल में एक इंस्पेक्टर ओर चिंगरावठी निवासी युवक की गोली लगने से मौत हो गयी थी। इस मामले में पुलिस ने 27 नामजद समेत 50-60 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। इस मामले में पुलिस अभी तक केवल 13 लोगों को ही गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा गया है।