UP News: बुलंदशहर में रिश्वत लेने के आरोप में खुर्जा एसडीएम का पेशकार निलंबित, विवादों में रही है खुर्जा तहसील
बुलंदशहर डीएम ने खुर्जा एसडीएम के पेशकार रामगोपाल उपाध्याय को रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिया। एक फरियादी ने शिकायत की थी कि पेशकार ने काम करने के लिए 7000 रुपये की रिश्वत ली लेकिन काम नहीं किया। डीएम ने मामले की जांच एसडीएम को सौंपी जिनकी रिपोर्ट के आधार पर निलंबन हुआ।

जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। डीएम ने फरियादी से ऑनलाइन रिश्वत लेने के आरोप में खुर्जा एसडीएम के पेशकार को निलंबित कर दिया। निलंबित पेशकार को डिबाई तहसील में संबद्ध किया है। साथ ही मामले की विस्तृत जांच एसडीएम न्यायिक सदर को सौंपी हैं।
खुर्जा के एक फरियादी ने डीएम से खुर्जा एसडीएम के पेशकार रामगोपाल उपाध्याय पर काम करने की एवज में ऑनलाइन सात हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा शिकायत की थी। रिश्वत लेने के बाद भी काम नहीं किया गया।
डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए खुर्जा एसडीएम प्रतीक्षा पांडेय से शिकायत की जांच कर रिपोर्ट मांगी थी। एसडीएम खुर्जा की रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने पेशकार रामगोपाल उपाध्याय को निलंबित कर दिया।
साथ ही निलंबित पेशकार को डिबाई तहसील में संबद्ध किया है। साथ ही लिपिक अर्जुन कुमार को खुर्जा एसडीएम का पेशकार तैनात किया गया है। डीएम ने मामले की विस्तृत जांच सदर एसडीएम न्यायिक गजेंद्र सिंह को सौंपी है।
पहले भी विवादों में रही है खुर्जा तहसील
पिछले वर्ष खुर्जा तहसील के तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर कर पेशकार पर 177 वादों का निस्तारण कर पोर्टल पर अपलोड करने का मामला सामने आया था। जिसमें तत्कालीन डीएम चंद्रप्रकाश सिंह ने तत्कालीन तहसीलदार की शिकायत पर पेशकार को निलंबित कर दिया था।
खुर्जा एसडीएम के पेशकार रामगोपाल उपाध्याय के रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी। एसडीएम की जांच रिपोर्ट पर पेशकार निलंबित कर दिया है। मामले की जांच न्यायिक एसडीएम सदर को सौंपी हैं। जांच रिपोर्ट के आधार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
-श्रुति, जिलाधिकारी
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