पैरों में छाले फिर भी मंजिल की ओर बढ़ रहे शिव के मतवाले
बुलंदशहर, जेएनएन। सिकंदराबाद में तीर्थस्थलों से गंगा जल लेकर लौटने वालों कांवड़ियों के जत्थों की संख्या बढ़ने लगी है। पैरों में छाले व चिलचिलाती धूप भी उनके कदम नहीं रोक पा रही है। हर-हर महादेव, बोल बम के जयकारे लगाते हुए कांवड़ियों के जत्थे मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं। जयकारों से गूंज रहा गुलावठी मार्ग जहां शिवमय हो गया है, वहीं सेवा शिविरों में कांवड़ियों का सत्कार किया जा रहा है। रविवार को मुख्य कांवड़ मार्ग गुलावठी-सिकंदराबाद रोड पर अब घुंघरू की आवाज व बम भोले का उद्घोष तेज हो गया है। शाम को केसरिया रंग की पोशाक में कांवड़िए गंगा जल लेकर कोई एक तो कोई तीन मंजिला कांवड़, डीजे के साथ सजी झांकी, जत्थों के रूप में नाचते-गाते मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं। कोई गोमुख से तो कोई हरिद्वार से पदयात्रा कर कांवड़ लेकर मंजिल की ओर बढ़ रहा है। कोई हाथ में छड़ी पर गंगा जल बांधकर तो कोई सहयोगी के रूप में खड़ी कांवड़ लाने वाले साथियों के साथ पदयात्रा कर रहा है। लंबी पदयात्रा के दौरान पैरों में छाले, कभी चिलचिलाती धूप भी उनके कदम नहीं रोक पा रही। छालों में जैसे ही दर्द का एहसास होता है तो मुंह से केवल बम भोले, शिवशकंर भोलेनाथ के जयकारे निकलते हैं। कांवड़ियां तेजी से मंजिल की ओर बढ़ जाते हैं। दिनभर जेवर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा समेत गौतमबुद्धनगर के विभिन्न इलाकों के कांवड़ियों के जत्थे गुलावठी मार्ग से वाया सिकंदराबाद होकर मंजिल की ओर बढ़ते रहे। उधर, कांवड़ियों की संख्या बढ़ते ही गुलावठी रोड पर सनौटा, गाजीपुर, मंडावरा, सेटेलाइट, पीरबियावानी व नगरीय क्षेत्र में दस से अधिक सेवा शिविर लगने शुरू हो गए। कुछ में कांवड़ियों को ठहरने, सोने व फल समेत अन्य व्यंजनों की सुविधा शुरू कर दी गई है।
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