अदिति ठाकुर हंगरी बार्डर के लिए रवाना
यूक्रेन में फंसे नरौरा के छात्रों के परिजनों ने छात्रों से हुई वार्ता के बाद बताया कि बच्चे कुशल से हैं और जल्दी ही स्वदेश पहुंचेंगे। ...और पढ़ें

बुलंदशहर, जेएनएन। यूक्रेन में फंसे नरौरा के छात्रों के परिजनों ने छात्रों से हुई वार्ता के बाद बताया कि तीनों सकुशल हैं। जल्दी ही वे अपने वतन पहुंचेंगे।
नरौरा के छात्र तुषार पांडे के पिता जितेंद्र पांडे ने बताया कि उनका बेटा तुषारअभी भी बुखारेस्ट एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहा है। अदिति के पिता यूसी ठाकुर ने बताया कि अदिति यूक्रेन के लविव शहर पहुंचकर बस के माध्यम से हंगरी बार्डर के लिए रवाना हो गई है। विलय के परिजनों ने बताया कि वह अभी हंगरी में ही है।
भारत वापसी के लिए हंगरी बार्डर पर है यश चौधरी
संवाद सूत्र, स्याना : नगर के बुगरासी मार्ग निवासी दवा विक्रेता बिट्टू चौधरी का बेटा यश चौधरी यूक्रेन से वापिस आने के लिए बीते दो दिनों से हंगरी बार्डर पर डटा है। वहीं स्वजन लगातार भगवान से यश के जल्द से जल्द आने की प्रार्थना कर रहे है। बिट्टू चौधरी ने बताया कि सुबह उनकी यश से मोबाइल पर बात हुई थी। उसने बताया कि वह हंगरी बार्डर पर है। वहां दूतावास अधिकारी उसे भारत भेजने की प्रक्रिया में लगे हैं। वह जल्द ही भारत आ जाएगा। यश चौधरी का इसी वर्ष यूक्रेन एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गया था।
सिकंदराबाद-ककोड़ रोड के गड्ढे वाहनों के लिए मुसीबत
संवाद सूत्र, ककोड़ : सिकंदराबाद-जेवर मार्ग स्थित ककोड़ कस्बे में 50 मीटर तक सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। इनमें फंसकर दोपहिया व आटो वाहन जहां लगातार क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, वहीं कारें भी हादसे का शिकार हो रही हैं। मांग के बावजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं है।
उक्त मार्ग एक वर्ष से बदहाल है। तीन माह पूर्व उक्त गड्ढों को भरवाने का दावा किया गया था, लेकिन कुछ दिन बाद फिर से इसी तरह से सड़क उखड़नी शुरू हो गई। जलभराव होने के कारण गड्ढों का पता नहीं चलने से बाइक, आटो सवार जहां रोज हादसे का शिकार हो रहे हैं, वहीं रात में अंधेरा रहने के कारण हादसे से कार सवार भी चोटिल हो रहे हैं। मंगलवार की सुबह एक आटो गड्ढों को बचाने के दौरान पलट गया। इसमें तीन लोगों को मामूली चोट आयी, वहीं देर शाम जेवर जा रही कार गड्ढे में फंसने से क्षतिग्रस्त हो गई। लोगों ने आरोप लगाया कि गड्ढों को भरवाने के बाद उनका लेपन सही प्रकार नहीं किया गया। दूसरे, नाले बंद होने से सड़क पर ही पानी फैलने से सड़क बार-बार टूट रही है।

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